इंडिगो की 1200 से अधिक फ्लाइट्स कैंसिल, वीडियो में देखें एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी और राहुल भाटिया की चर्चा
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की 4 दिन में 1200 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी हैं। इस वजह से एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी जैसा माहौल देखने को मिल रहा है और यात्रियों को ट्रैवल करने में गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। देश के घरेलू एयरलाइंस मार्केट पर इंडिगो का एक बड़ा कब्जा है, इसलिए इसकी समस्याओं का असर सीधे यात्रियों पर पड़ रहा है।
इस बीच, इंडिगो के मैनेजिंग डायरेक्टर, प्रमोटर और को-फाउंडर राहुल भाटिया चर्चा में हैं। राहुल भाटिया का जन्म दिल्ली की एक बिजनेस फैमिली में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई कनाडा में पूरी की और इसके बाद IBM में दो साल तक काम किया। उस समय उनका इरादा भारत लौटकर टेलीकॉम कंपनी शुरू करने का था, लेकिन यह योजना पूरी नहीं हो सकी।
राहुल का इंटरेस्ट उस समय टीचिंग की ओर बढ़ा और उन्होंने टीचर बनने का मन बनाया। लेकिन इसी बीच उनके पिता की तबीयत अचानक खराब हो गई। परिवार की जिम्मेदारी निभाने के लिए राहुल को टीचिंग का सपना छोड़कर पिता के बिजनेस में शामिल होना पड़ा।
1991 के अंत में, राहुल को बिजनेस पार्टनर्स से धोखा मिला। उनके पार्टनर्स ने बिना बताए कंपनी में ज्यादा हिस्सेदारी ले ली और राहुल को कंपनी छोड़नी पड़ी। इसके बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और अपने विज़न को आगे बढ़ाया। राहुल को आमतौर पर फॉर्मल कोट-पैंट या फैंसी कपड़ों में बहुत कम ही देखा जाता है, जो उनकी सादगी और व्यावसायिक रवैये को दर्शाता है।
आज राहुल भाटिया की नेट वर्थ लगभग 72 हजार करोड़ रुपए बताई जाती है। 2000 के दशक में उनकी मुलाकात IIT से पढ़ाई करने वाले राकेश गंगवाल से हुई। 2004 में दोनों ने मिलकर एयरलाइन शुरू करने के लिए लाइसेंस लिया, और 2006 में इंडिगो की पहली फ्लाइट ने उड़ान भरी। इंडिगो को एक लो कॉस्ट एयरलाइन के रूप में लॉन्च किया गया, जो कम किराया और उच्च पंक्चुएलिटी का वादा करती थी।
इंडिगो के अलावा, राहुल भाटिया ने गुरुग्राम में तीन होटल्स में भी निवेश किया है। वे अपने बिजनेस के साथ-साथ फैमिली लाइफ में भी सक्रिय हैं। उनकी एक बेटी अवंतिका और एक बेटा अरुणांशु है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इंडिगो की हालिया फ्लाइट कैंसलेशन की वजह से एयरपोर्ट्स पर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन एयरलाइन जल्द ही इसे नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रही है। राहुल भाटिया की सादगी, व्यावसायिक दृष्टिकोण और एयरलाइन इंडस्ट्री में उनका योगदान उन्हें भारत के सबसे प्रभावशाली उद्योगपतियों में शामिल करता है।

