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एक तरफा प्यार में आरोपियों ने पहले गाड़ी को घेरा और फिर ताबड़तोड़ शुरू कर दी फायरिंग, पुलिस जांच शुरू 

भारत में चाय का महत्व किसी परिचय का मोहताज नहीं। हमारी सुबह की शुरुआत चाय की चुस्कियों के बिना अधूरी सी लगती है। चाहे घर में मेहमानों का स्वागत हो या पड़ोसियों के साथ गपशप, चाय के बिना माहौल फीका-सा लगता है। इतना ही नहीं, चाय ने राजनीति में भी अपनी खास जगह बनाई है। चुनावी रैलियों में चायवाले की भूमिका भी कमाल की होती है, जो कभी-कभी प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाने में भी सहायक बनती है।  लोग अपनी पसंद और स्वाद के अनुसार चाय चुनते हैं। कुछ लोग ब्लैक टी को तरजीह देते हैं, तो कुछ ग्रीन टी को सेहत के लिहाज से अपनाते हैं। असम की चाय अपनी खुशबू और स्वाद के लिए मशहूर है, वहीं इंदौर की नमक वाली चाय भी खास पहचान रखती है। लेकिन आज हम बात करेंगे एक ऐसी चाय की, जिसकी कीमत सुनकर आप दंग रह जाएंगे। यह चाय प्रति किलो लगभग 24,501 रुपये की बिकती है, जोकि आम बाजार की चाय से कहीं ज्यादा है।  यह चाय कहाँ मिलती है और क्यों खास है? यह अनोखी चाय अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले के जंगलों में पाई जाती है। इसकी खासियत इसका रंग है, जो बैंगनी रंग जैसा होता है। इसे "बैंगनी चाय" के नाम से जाना जाता है। इसके इतिहास की पड़ताल एक रिसर्च संस्थान ने की तो पता चला कि यह चाय सबसे पहले केन्या के जंगलों में उगती थी, बाद में यह असम पहुंची और फिर अरुणाचल प्रदेश के घने जंगलों में भी फैल गई।  बैंगनी चाय अपनी रिच क्वालिटी के लिए मशहूर है। इसमें ऐसे एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो कैंसर और हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं। वैज्ञानिकों ने इस चाय में पाए जाने वाले फ्लैवोनोइड्स को लेकर कई शोध किए हैं, जिनसे पता चला है कि यह चाय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है।  क्यों इतनी महंगी है यह चाय? बैंगनी चाय जंगलों में प्राकृतिक रूप से उगती है, इसे घर पर उगाना संभव नहीं है। इस चाय को जंगल से सावधानीपूर्वक तोड़ा जाता है, जिससे इसकी गुणवत्ता और भी बढ़ जाती है। इसके पौधों की संख्या सीमित होने के कारण यह चाय बाजार में कम मात्रा में उपलब्ध होती है, जिससे इसकी कीमत आसमान छूती है।  पहले इस चाय की कीमत लगभग 15,000 रुपये प्रति किलो थी, लेकिन जैसे-जैसे इसकी मांग बढ़ी, इसकी कीमत 24,501 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई। यह चाय खासतौर पर सेहत के प्रति जागरूक लोगों और चाय प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हो रही है।  बैंगनी चाय के फायदे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर: बैंगनी चाय में प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है।  हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: यह चाय दिल को मजबूत बनाती है और हार्ट अटैक के खतरे को कम करती है।  कैंसर से बचाव: बैंगनी चाय में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक होते हैं।  वज़न नियंत्रण में मददगार: यह चाय मेटाबोलिज्म को बढ़ाकर वजन कम करने में भी मदद करती है।  डायबिटीज़ नियंत्रण: रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित रखने में भी बैंगनी चाय कारगर मानी जाती है।  कैसे पीते हैं बैंगनी चाय? बैंगनी चाय को आमतौर पर ब्लैक टी की तरह ही बनाया जाता है। इसे उबलते पानी में कुछ मिनट तक डालकर तैयार किया जाता है। इसके हल्के फल जैसे स्वाद और खूबसूरत बैंगनी रंग की वजह से यह देखने में भी आकर्षक लगती है। इसे दूध या शक्कर के बिना पीना अधिक लाभकारी माना जाता है।  निष्कर्ष चाय हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत का एक अहम हिस्सा है और हर किस्म की चाय का अपना एक अलग महत्व होता है। बैंगनी चाय, जो कि अरुणाचल प्रदेश के जंगलों से आती है, अपनी सेहत लाभकारी गुणों और अनोखे रंग के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसकी महंगी कीमत इस बात का संकेत है कि आज लोग केवल स्वाद ही नहीं बल्कि सेहत के प्रति भी जागरूक हो रहे हैं।  यदि आप एक असाधारण चाय का अनुभव करना चाहते हैं, तो बैंगनी चाय आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। हालांकि, इसकी कीमत देखकर आपको चौंकना पड़ सकता है, लेकिन स्वास्थ्य और स्वाद दोनों के लिहाज से यह चाय निवेश करने लायक है। तो अगली बार जब चाय की चुस्की लें, तो एक बार इस खास बैंगनी चाय को भी ट्राय जरूर करें।

क्राइम न्यूज डेस्क !!! पंजाब के फिरोजपुर में तीन दिन पहले हुए ट्रिपल मर्डर की घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इसमें आरोपी कार पर फायरिंग करते नजर आ रहे हैं. इसमें छह आरोपी नजर आ रहे हैं. आरोपी दो बाइक पर आए और सफेद रंग की कार पर फायरिंग कर दी. इसके बाद वह मौके से फरार हो गया. पुलिस के मुताबिक, हमलावरों ने कार सवार पांच चचेरे भाइयों को घेर लिया और अंधाधुंध फायरिंग की. इस फायरिंग में हमलावरों ने 50 से ज्यादा गोलियां चलाईं. वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे हमलावर कार सवार लोगों की पहले रैकी कर रहे थे और जैसे ही कार सामने से आई तो उन्होंने कैसे कार को घेर लिया और उस पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित की हैं.

आरोपी ताक में बैठा था. जैसे ही पीड़ित बांसी गेट रोड पर पहुंचा, उस पर गोलियां चलनी शुरू हो गईं। छह आरोपियों के पास हथियार थे. गोलियां चलते ही आसपास के लोग दहशत में आ गए। घायल काफी देर तक सड़क पर पड़े रहे। पुलिस पहुंची तो उसे अस्पताल पहुंचाया गया। पोस्टमार्टम के दौरान मृतक जसप्रीत कौर, दिलदीप सिंह और आकाशदीप के शरीर पर गोलियों के करीब 50 निशान पाए गए। तीनों की मौत सिर में गोली लगने से हुई. पुलिस का कहना है कि ये गोलियां 30 बोर और 32 बोर पिस्तौल से चलाई गईं.

पुरानी रंजिश बनी हत्या की वजह!

यह घटना पिछले मंगलवार को फिरोजपुर के बांसी गेट स्थित अकालगढ़ गुरुद्वारे के सामने हुई थी. तीनों मृतकों के सिर में गोली मारी गयी है. घायल युवक को 11 गोलियां लगी हैं. पुलिस के मुताबिक पुरानी रंजिश में तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया है.

मृतक दिलदीप के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है

मरने वाले युवकों में दिलदीप सिंह पर ममदोट जिला फिरोजपुर और खरड़ जिला मोहाली में हत्या के मामले दर्ज हैं। कार में एक लड़की जसप्रीत कौर समेत पांच लोग सवार थे. सिर में गोली लगने से लड़की की मौके पर ही मौत हो गई. उनमें से दो, दिलदीप सिंह और आकाशदीप सिंह की अस्पताल में मौत हो गई। दो लोग हरमेश सिंह और अनमोल दीप सिंह गंभीर रूप से घायल हैं.

दस दिन बाद जसप्रीत की शादी होनी थी

मृतक के परिजनों ने बताया कि दस दिन बाद ही जसप्रीत कौर की शादी थी. परिवार के सभी लोग कार में सवार होकर रिश्तेदारों को कार्ड बांटने और बाजार से सामान खरीदने गए थे। इसी दौरान बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया.

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