नहीं लग रही थी नौकरी तो गुस्से में बेटे ने की पिता की ऐसा हालत जानकर कांप जाएगी आपकी भी रूह
क्राइम न्यूज डेस्क !!! पिता की जगह अनुकंपा नौकरी पाने के लिए 32 साल के बेटे ने 55 साल के पिता को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया पत्नी ने पति का साथ दिया और अत्याचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, अगर बड़ा बेटा समय पर नहीं पहुंचता तो छोटा बेटा और बहू पिता की हत्या कर देते थे. पिता बड़े बेटे के साथ थाने पहुंचे और छोटे बेटे और बहू के खिलाफ अपहरण, गंभीर मारपीट और जान से मारने की कोशिश का मामला दर्ज कराया। घटना राजस्थान के अलवर जिले स्थित अरावली विहार थाना क्षेत्र की है. पुलिस ने बताया कि 55 वर्षीय निरंजन लाल शर्मा एक सरकारी स्कूल में वरिष्ठ व्याख्याता हैं। वह अरावली विहार से कई किलोमीटर दूर एक गांव में अकेले रहते हैं। कुछ समय पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था. उनके दो बेटे हैं. उन्होंने अलवर शहर में दोनों के लिए एक घर बनवाया और अलग-अलग काम भी कराया। बड़े बेटे का नाम विपिन शर्मा और छोटे बेटे का नाम अंकित शर्मा है।
हाथ-पैर बांधकर पीटा
निरंजन शर्मा ने पुलिस को बताया कि 9 मई की शाम उनके छोटे बेटे अंकित ने फोन कर बताया कि उनके पोते की तबीयत खराब है. वह आपसे मिलना चाहता है. पोते की बात सुनकर निरंजन शर्मा अंकित के घर जाने के लिए तैयार हो जाते हैं. इसी बीच अंकित उन्हें लेने आ गया. पोते के बारे में बात की तो पता चला कि अंकित झूठ बोल रहा है. जब निरंजन शर्मा अपने घर वापस जाने के लिए बीच रास्ते से निकले तो अंकित और उसकी पत्नी पूजा ने निरंजन के हाथ-पैर बांध दिए और उसे कार में खींच लिया।
सुरिये और लाठियों से मारो
अलवर में ही उसे कई सुनसान जगहों पर ले जाकर पीटा गया. बारिश की मार. लाठियों से मारा बेल्ट से घायल किया गया. सिर से लेकर पैर तक शरीर में गंभीर घाव हैं। इसी बीच अचानक किसी ने इसकी जानकारी बड़े बेटे विपिन को दी तो विपिन सीधे अंकित के घर पहुंच गया। पता चला कि अंकित वहां नहीं है। उन्होंने अंकित का पता लगाया और फिर उस जगह पहुंचे जहां अंकित और उसकी पत्नी पिता को पीट रहे थे. विपिन ने जाकर अपने पिता को बचाया और अस्पताल ले गया।
अस्पताल से सूचना थाने पहुंची और कल शाम थाने में मामला दर्ज कराया गया है. आज पुलिस ने निरंजन शर्मा की मेडिकल जांच करायी है. आज पुलिस ने निरंजन के बेटे और बहू को हिरासत में लिया है. निरंजन का कहना है कि बड़े बेटे ने ईमित्र की दुकान खोली। छोटे बेटे के लिए मेडिकल की दुकान खोली. लेकिन छोटा बेटा मेडिकल के लिए नहीं बैठा. वह मुझे मार कर मेरी सरकारी नौकरी हड़पना चाहता था.