शादी के लिए राजी नहीं हुए घरवाले, तो थाने पहुंच गए प्रेमी-प्रेमिका...पुलिस के इस फैसले से जीत गया प्यार

मथुरा जनपद के थाना मांट क्षेत्र में शुक्रवार को एक अलग ही दृश्य देखने को मिला, जब एक प्रेमी युगल थाना पहुंचकर शादी की इजाजत मांगने लगा। थाने में अचानक प्रेम और कानून का यह अनोखा मामला देखकर पुलिसकर्मी भी कुछ देर के लिए असहज हो गए। लेकिन मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने यथोचित कार्रवाई की। थाने पहुंचकर कहा – शादी की अनुमति दो वरना हाईकोर्ट जाएंगे थाना क्षेत्र के एक गांव से आए युवक और युवती ने थाना प्रभारी निरीक्षक जसबीर सिंह को बताया कि वे दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते हैं और अब विवाह करना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर स्थानीय प्रशासन उन्हें इजाजत नहीं देता, तो वे प्रयागराज जाकर हाईकोर्ट से अनुमति लेंगे।
परिजन पहुंचे, समझाने की कोशिश नाकाम
थाने में सूचना मिलते ही दोनों पक्षों के परिजन भी पहुंच गए। परिजनों ने दोनों को समझाने की कोशिश की कि वे अपने फैसले पर दोबारा विचार करें, लेकिन प्रेमी युगल ने अपने निर्णय पर अडिग रहने की बात कही। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने मामले को शांतिपूर्वक सुलझाने की दिशा में कदम उठाए।
एसडीएम ने लिया बयान, कहा – दोनों बालिग, अपनी मर्जी से रह सकते हैं
देर शाम मामले की गंभीरता को देखते हुए कस्बा चौकी प्रभारी अभिमन्यु मलिक ने युवती को उपजिलाधिकारी (SDM) रितु सिरोही के समक्ष पेश किया। वहां युवती का बयान दर्ज कराया गया। बयान दर्ज करने के बाद एसडीएम रितु सिरोही ने स्पष्ट कहा कि, “युवक और युवती दोनों बालिग हैं, और कानून के अनुसार वे अपना जीवनसाथी चुनने के लिए स्वतंत्र हैं। ऐसे में वे विवाह कर सकते हैं।" एसडीएम ने पुलिस को निर्देशित किया कि प्रेमी युगल को पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि किसी भी प्रकार की सामाजिक या पारिवारिक बाधा उन्हें नुकसान न पहुंचा सके।
थाने से रवाना किए गए, पुलिस ने दी सुरक्षा
एसडीएम के आदेश के बाद पुलिस ने दोनों को सुरक्षित रूप से उनके बताए स्थान पर भेज दिया। पुलिस का कहना है कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आगे भी जरूरत पड़ने पर सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
प्रेम और सामाजिक विरोध के बीच एक सकारात्मक उदाहरण
यह मामला न सिर्फ कानूनी जागरूकता का उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि आज के समय में युवा अपने संविधान प्रदत्त अधिकारों को लेकर सजग हैं। वे जानते हैं कि कानून उन्हें अपनी मर्जी से जीवन जीने का हक देता है। प्रेमी युगल की थाने में शादी की इजाजत मांगने की हिम्मत, और प्रशासन द्वारा कानून के दायरे में रहकर दिए गए सहयोग, ने समाज में एक सकारात्मक संदेश भी दिया है।