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पति पर नशीली दवाओं का नहीं हुआ असर तो बेचैन हुई पत्नी; देवर से पूछा सवाल-'कितनी देर में मरेगा...'

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दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में 36 वर्षीय युवक करण देव की मौत का मामला अब हत्या की साजिश के रूप में सामने आया है। शुरुआती दावे के अनुसार, उनकी मौत घर में बिजली का करंट लगने से हुई थी। लेकिन मृतक के छोटे भाई कुणाल देव ने पुलिस को उस वक्त शक दिलाया जब उन्होंने मृतक की पत्नी सुष्मिता और करण के चचेरे भाई राहुल के बीच हुई आपत्तिजनक WhatsApp चैट का वीडियो पुलिस को सौंपा। इस चैट में हत्या की साजिश का खुलासा हुआ, जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

मौत की शुरुआत और शक की उड़ान

यह दुखद घटना 12 जुलाई की रात की है, जब आरोपी पत्नी सुष्मिता ने अपने पति करण के खाने में 15 नींद की गोलियां मिलाकर उसे मारने की कोशिश की। गोलियों के तुरंत असर न होने पर वह बेचैन हो उठी और अपने प्रेमी राहुल से संपर्क किया। WhatsApp चैट में उसने राहुल को बताया कि पति को खाने के तीन घंटे हो चुके हैं, लेकिन कोई उल्टी या असर नहीं हुआ और मौत भी नहीं हुई।

राहुल ने सुष्मिता को सलाह दी कि अगर दवाइयों का असर न हो तो उसे बिजली का झटका दिया जाए। चैट के अनुसार, सुष्मिता ने पूछा कि उसे कैसे बांधा जाए, और राहुल ने जवाब दिया ‘टेप से’। इसके बाद बातचीत में बताया गया कि करण की सांस धीरे-धीरे चल रही है, और दोनों ने मिलकर उसे और दवाइयां देने का प्रयास किया।

बिजली का झटका देकर मौत का दिखावा

पुलिस जांच में पता चला कि जब नींद की गोलियों से तुरंत बेहोशी नहीं आई, तो दोनों आरोपियों ने करण को बिजली का झटका देकर उसकी मौत को एक घरेलू दुर्घटना साबित करने की योजना बनाई। आरोप है कि उन्होंने उसकी उंगली में करंट लगाकर उसे बेहोश कर दिया और बाद में उसकी मौत हो गई।

परिवार को बताया बिजली का करंट लगना

हत्या के बाद सुष्मिता ने अपने ससुराल वालों को बताया कि करण की मौत बिजली का करंट लगने से हुई है। परिवार ने तुरंत उसे अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उस समय पीड़ित के पिता और चचेरे भाई राहुल ने पोस्टमार्टम कराने का विरोध किया, लेकिन पुलिस ने संदिग्ध परिस्थितियों को देखते हुए पोस्टमार्टम करवा लिया।

चैट के सबूत और कबूलनामा

मृतक के छोटे भाई कुणाल ने 16 जुलाई को इंस्टाग्राम पर मिली चैट का वीडियो पुलिस को सौंपा, जिसके बाद सुष्मिता और राहुल दोनों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में दोनों ने हत्या की साजिश और अपने जुर्म को स्वीकार कर लिया। पुलिस के अनुसार, सुष्मिता और राहुल के बीच पिछले दो वर्षों से प्रेम संबंध था, और करण की हत्या इस कारण से की गई।

पुलिस की कार्रवाई और जांच जारी

पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर न्यायालय में पेश किया है। उन्हें चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। मामले की गहन जांच चल रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

यह खौफनाक मामला घरेलू कलह और अवैध संबंधों की वजह से हुई एक निर्दयी हत्या की दास्तां है। दिल्ली पुलिस की तत्परता और पारिवारिक सदस्यों की सूझबूझ के चलते इस हत्या की साजिश का पर्दाफाश हुआ। समाज के लिए यह एक चेतावनी है कि पारिवारिक विवादों को सही ढंग से सुलझाना अत्यंत आवश्यक है, अन्यथा परिणाम विनाशकारी हो सकते हैं।

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