आपको भैया की तरह प्यार करूंगा, देवर ने भाभी से बढ़ाई नजदीकियां, बीच में आई प्रेमिका ने बिगाड़ा खेल
परिवार के भीतर रिश्तों की मनमानी, अवैध संबंध और तीसरे व्यक्ति के हस्तक्षेप ने एक गृहस्थी को तलवार की धार पर ला खड़ा कर दिया। सूत्रों के अनुसार, एक युवक (देवर) और उसकी भाभी के बीच लंबे समय से अवैध नज़दीकियां चल रही थीं, जिसे परिवार जानकर रोकने की कोशिश कर रहा था।
कहा जाता है कि देवर ने भाभी से कई बार अपने प्यार और निकटता का इज़हार किया, लेकिन विवाह और समाज-संस्कारों के बीच वह रिश्ता कभी स्वीकार नहीं हो पाया। इसी दौरान, देवर की दोस्त/प्रेमिका — जिसे तीसरे व्यक्ति के रूप में देखा जा रहा है — बीच में आयी और उसने भाभी को चेतावनी दी कि यदि देवर उससे नाता नहीं तोड़ेगा, तो रिश्ते सार्वजनिक कर देगी।
यह बीच-मौके का दबाव, भय और शक का ऐसा तगड़ा ताना-बाना बन गया कि पारिवारिक सदस्यों के बीच संबंध बिगड़ने लगे। प्रदेश के कुछ अन्य हालिया घटनाक्रमों से मिल रही जानकारी बताती है कि ऐसे अवैध/छुपे संबंध कई बार रक्तपात तक ले जाते हैं।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अभी तक कोई गिरफ्तार नहीं हुआ है। भाभी और देवर दोनों अपने-अपने बयान दे रहे हैं; लेकिन बीच में प्रेमिका के मौजूद होने और उसकी धमकियों के दावों ने पूरे मामले को और जटिल बना दिया है।
परिवार के अन्य सदस्यों, पड़ोसियों और गाँव वालों का कहना है कि — “अगर शुरुआत में शर्म-झिझक और डर के चलते किसी ने इस रिश्ते को नकार भी दिया, तो बहस, दबाव और झूठ ने धीरे-धीरे इसे विष में बदल दिया।”
समाज और कानून — दोनों को झकझोरने वाला मसला
इस घटना ने एक बार फिर उजागर कर दिया कि — पारिवारिक मर्यादा और सामाजिक बंदिशों के चलते, कई लोग अपने आप को दबा कर रखते हैं। लेकिन जब कोई तीसरा व्यक्ति (प्रेमिका या बाहरी संबंध) बीच में आता है, तो इज़हारे-ए-इच्छा, धमकी, शक-शुबहा, और पारिवारिक दबाव मिलकर रिश्तों को हिंसा और अपराध तक ले जा सकते हैं।
पुलिस और सामाजिक कार्यकर्ताओं की नजर में — ऐसे मामलों में जल्द टूटे हुए भरोसे, संदेहों या दबावों को समय रहते पहचानना और बातचीत व मध्यस्थता की कोशिश करना बहुत ज़रूरी है। अगर समय रहते मामले को खुलकर सामने लाया जाए, तो कई बार त्रासदियों को टाला जा सकता है।

