पति करता था मजदूरी, बीवी ने मांगा 3 लाख का मेंटेनेंस..रकम अदा करते-करते कर्ज में ऐसा डूबा की उठा लिया खौफनाक कदम

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। पत्नी और ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 35 वर्षीय इस्लाम के रूप में हुई है। जो एक फर्नीचर फैक्ट्री में काम करता था। परिवार का आरोप है कि पत्नी ने इस्लाम के खिलाफ कई मुकदमे दायर कर रखे थे और उस पर लगातार मानसिक और आर्थिक दबाव बनाया जा रहा था।
इतना ही नहीं पत्नी ने कोर्ट से 2 लाख 80 हजार रुपए वार्षिक भरण-पोषण शुल्क भी देने का आदेश दिया था। इस्लाम यह रकम चुकाने में असमर्थ था। दरअसल, इस्लाम की शादी करीब पांच साल पहले पड़ोस में रहने वाली शहाना नाम की लड़की से हुई थी। परिवार का आरोप है कि शादी के पहले कुछ महीनों तक वह वफादार रही। लेकिन, इसके बाद शहाना अपनी मां के घर चली गईं और वहीं से विवाद शुरू हो गया। फिर शाहाना ने एक के बाद एक इस्लाम के खिलाफ कई मामले दर्ज कराये।
आर्थिक बोझ ने तोड़ दिया हौसला
मामला कोर्ट पहुंचा और इस्लाम को 2 लाख 80 हजार रुपए भरण-पोषण के तौर पर देने का आदेश दिया गया। इस्लाम एक मामूली मजदूर था और उसकी आय इतनी बड़ी रकम देने के लिए पर्याप्त नहीं थी। इसके बावजूद उन्होंने किसी तरह 60 हजार रुपए चुका दिए, लेकिन बाकी रकम के लिए वह कर्ज और तनाव में डूबते जा रहे थे।
रास्ते में दी धमकी, फिर उठाया खौफनाक कदम
5 अप्रैल की शाम को इस्लाम ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। उसके साले नाजिम का आरोप है कि उसी दिन शहाना, उसकी मां नसरीन व भाइयों ने रास्ते में इस्लाम को घेरकर मारपीट की और मकान बेचकर 25 लाख रुपये देने की धमकी दी। धमकी दी कि अगर पैसा नहीं दिया तो जान से मार दिया जाएगा। इस तनाव के चलते इस्लाम ने आत्महत्या कर ली।
परिजन बोले- पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
इस्लाम के भाई हसीब और रईस का कहना है कि शादी के बाद से ही शहाना और उसका परिवार इस्लाम को लगातार प्रताड़ित कर रहा था। इस मुकदमे, धमकियों और मारपीट ने उसे पूरी तरह तोड़ दिया था। परिजनों ने शहाना और उसके परिजनों के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने धारा 108 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। परिजन लगातार प्रशासन से न्याय की मांग कर रहे हैं। उधर, सीओ सिटी पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।