पति ज़िंदा, लेकिन पत्नी ने ले ली विधवा पेंशन! गाजीपुर से सामने आया हैरान करने वाला मामला

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला ने अपने ज़िंदा पति को 'कागज़ों में मरा' दिखाकर वर्षों से विधवा पेंशन का लाभ उठाया। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा खुद उस व्यक्ति ने किया, जिसे कागज़ों में मृत बताया गया था।
2021 से मिल रही थी पेंशन, पति को लगी भनक
ग्राम सभा मनिया निवासी रामअवतार ने अपनी पत्नी तारा देवी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि तारा देवी ने उन्हें मृत घोषित कर 2021 से ही प्रति माह ₹2000 की विधवा पेंशन लेनी शुरू कर दी थी। जब रामअवतार को इस घोटाले की भनक लगी तो उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
कागजों में मरा बताया, असलियत में जिंदा हूं – पति का आरोप
रामअवतार ने पहले तो 19 और 29 जुलाई 2024 को पुलिस अधीक्षक और गहमर थाने को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से शिकायत भेजी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। थक-हारकर उन्होंने अदालत की शरण ली। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए गहमर थाने को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
धारा 419 और 420 में मामला दर्ज, जांच शुरू
अब कोर्ट के आदेश के बाद गहमर थाना पुलिस ने तारा देवी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 419 (झूठी पहचान बनाना) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आगे की जांच जारी है।
मामले ने उठाए कई सवाल
इस मामले ने न सिर्फ पारिवारिक विश्वास को झकझोर दिया है, बल्कि यह भी सवाल खड़े कर दिए हैं कि सरकारी योजनाओं में इस तरह की फर्जीवाड़े कैसे संभव हो जाते हैं। एक महिला ने अपने पति को ही सरकारी रिकॉर्ड में "मार डाला", और फिर उसी का लाभ उठाती रही।
क्या है आगे का कदम?
अब देखने वाली बात यह होगी कि जांच में क्या निकलकर सामने आता है और तारा देवी पर क्या कार्रवाई होती है। साथ ही, प्रशासन इस तरह की घटनाओं से सबक लेते हुए सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने के लिए क्या कदम उठाता है।