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कैसे पाकिस्तान से ‘जिगाना’ लाने वाला सलीम पिस्टल बना हथियार तस्करी का बड़ा खिलाड़ी ? बिश्नोई गैंग से लेकर ISI तक से कनेक्शन 

कैसे पाकिस्तान से ‘जिगाना’ लाने वाला सलीम पिस्टल बना हथियार तस्करी का बड़ा खिलाड़ी ? बिश्नोई गैंग से लेकर ISI तक से कनेक्शन 

दिल्ली पुलिस ने देश के मोस्ट वांटेड अपराधियों में से एक शेख सलीम उर्फ सलीम पिस्टल को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खूंखार हथियार तस्कर सलीम पिस्टल को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। 2018 से फरार सलीम पाकिस्तान से जिगाना जैसी आधुनिक और खतरनाक पिस्टल की तस्करी करता था और बड़ी मुसीबत बन चुका था। तुर्की में बनी यह पिस्टल इन दिनों भारत में गैंगस्टरों की पहली पसंद है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर भी इसी जिगाना का इस्तेमाल कर रहे हैं।

बताया जाता है कि सलीम पिस्टल पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के एक आरोपी का गुरु रहा है। पिछले साल महाराष्ट्र में मारे गए एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जाँच के दौरान भी सलीम का नाम सामने आया था। दिल्ली के सलीमपुर इलाके का रहने वाला शेख सलीम शुरुआत में वाहन चोर था। इसके बाद वह डकैती और हथियारों की तस्करी में शामिल हो गया।सलीम को 2018 में दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन जमानत मिलने के बाद वह फरार हो गया था। बताया जाता है कि वह नेपाल के रास्ते पाकिस्तान गया था। वहाँ से उसने भारत में हथियारों की तस्करी शुरू कर दी। उसने लॉरेंस बिश्नोई और हाशिम बाबा गैंग समेत कई गैंगस्टरों को जिगाना जैसे आधुनिक हथियार मुहैया कराए।

दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया कि सलीम ने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद स्कूल छोड़ दिया था। शुरुआत में वह छोटी-मोटी चोरियाँ करता था। फिर वह वाहन चोर बना और अब देश के वांछित हथियार आपूर्तिकर्ताओं में शामिल था। बताया जा रहा है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी के संपर्क में भी था। दिल्ली पुलिस अब उससे पूछताछ करके कई राज उगलवा सकती है।

जिगाना पिस्तौल क्या है?

जिगाना एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल है, जिसे तुर्की की एक कंपनी 2001 से बना रही है। यह हथियार गैंगस्टरों के बीच इसलिए लोकप्रिय है क्योंकि इसमें एक बार में 15-17 राउंड फायर किए जा सकते हैं, ट्रिगर का डिज़ाइन ऐसा है कि उंगलियाँ फिसलती नहीं हैं और वज़न में हल्का होने के बावजूद यह जल्दी गर्म नहीं होता। आमतौर पर इसकी कीमत 4-7 लाख रुपये बताई जाती है, लेकिन काले बाजार में इसकी कीमत 10-12 लाख रुपये तक पहुँच सकती है। यह पिस्तौल भारत में अवैध और प्रतिबंधित है।

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