तमिलनाडु : पानी की कमी से अथिकाडवु-अविनाशी परियोजना प्रभावित, किसानों ने जताई चिंता
चेन्नई, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। तमिलनाडु जल संसाधन विभाग (डब्ल्यूआरडी) ने माना है कि अथिकाडवु-अविनाशी सिंचाई परियोजना के तहत कई जलाशयों में इस साल पर्याप्त पानी नहीं मिला। साथ ही भरोसा दिलाया कि अगले मानसून सीजन में इन इलाकों को प्राथमिकता दी जाएगी।
फ्लैगशिप प्रोजेक्ट 17 अगस्त, 2024 को चालू हुआ, जिसका मकसद भवानी नदी के अतिरिक्त पानी को कोयंबटूर, तिरुपुर और इरोड जिलों में 1,045 जल निकायों को फिर से भरने के लिए मोड़ना है। इस प्रोजेक्ट के तहत, इस साल वितरण के लिए 1.5 हजार मिलियन क्यूबिक फीट (टीएमसीएफटी) पानी आवंटित किया गया था। हालांकि, कई इलाकों के किसानों ने पानी की अपर्याप्त आपूर्ति को लेकर चिंता जताई है।
उनके अनुसार, कई टैंकों और तालाबों में केवल आंशिक रूप से पानी आया, जिससे प्रोजेक्ट के एक साल से ज्यादा समय से चालू होने के बावजूद खेती-बाड़ी बुरी तरह प्रभावित हुई है। पोंगुपलयम यूनियन में तमिलनाडु किसान संघ के अध्यक्ष एस. अप्पुसामी ने कहा कि तिरुपुर जिले के उत्तरी हिस्सों में कई जल निकायों को अपनी क्षमता का मुश्किल से 10 प्रतिशत पानी मिला।
उन्होंने कहा, "अथिकडावु-अविनाशी प्रोजेक्ट लागू होने के बाद भी, कई गांवों में सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है। कोयंबटूर और इरोड जिलों के कुछ हिस्सों में भी ऐसी ही समस्याएं हैं। एक स्थायी और न्यायसंगत समाधान की जरूरत है।"
इन चिंताओं पर जवाब देते हुए, एक वरिष्ठ डब्ल्यूआरडी अधिकारी ने बताया कि यह प्रोजेक्ट भवानी नदी के अतिरिक्त पानी पर निर्भर है।
अधिकारी ने कहा, "इस साल, दक्षिण-पश्चिम मानसून जल्दी आया, और उपलब्ध अतिरिक्त पानी पहले ही निकाल लिया गया और जुड़े हुए जल निकायों को सप्लाई किया गया। प्रोजेक्ट के तहत लगभग 95 प्रतिशत टैंकों को पानी मिला।"
हालांकि, उन्होंने माना कि क्षतिग्रस्त पाइपलाइनों, रुकावटों और खराब आउटलेट मैनेजमेंट सिस्टम (ओएमएस) जैसी तकनीकी समस्याओं के कारण लगभग 5 प्रतिशत जल निकायों को पूरी तरह से पानी नहीं मिल पाया। अधिकारी ने कहा, "इन समस्याओं ने कुछ क्षेत्रों में पानी के बहाव को प्रभावित किया, और सुधार के उपाय किए जा रहे हैं।"
उन्होंने यह भी साफ किया कि चालू वर्ष के लिए और पानी छोड़ना संभव नहीं है क्योंकि आवंटित मात्रा पहले ही खत्म हो चुकी है। अधिकारी ने कहा, "हमें विश्वास है कि अगले साल फिर से पर्याप्त अतिरिक्त पानी उपलब्ध होगा, क्योंकि पिछले लगातार तीन सालों से भवानी नदी में अच्छा पानी आया है। इस बार जिन जल निकायों को अपर्याप्त पानी मिला है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।"
इस बीच किसानों ने सरकार से समय पर नहरों-कैनाल का रखरखाव करने और पानी का बराबर-न्यायपूर्ण बंटवारा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है, ताकि इस प्रोजेक्ट का पूरा फायदा उन सभी इलाकों तक पहुंचे जहां जरूरत है।
--आईएएनएस
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