ट्रंप की वजह से भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव है: टॉप डेमोक्रेट कांग्रेसमैन (आईएएनएस इंटरव्यू)
वॉशिंगटन, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत और अमेरिका के लिए व्यापारिक और कूटनीतिक दृष्टिकोण से यह साल अच्छा नहीं रहा है। दोनों देशों के संबंधों में तनाव देखने को मिला। इस बीच अमेरिका के जाने-माने कांग्रेसमैन राजा कृष्णमूर्ति ने दोनों देशों के संबंधों में और दोनों पुराने साझेदारों के बीच आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को कमजोर करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया।
भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति ने कहा, “अमेरिका-भारत के रिश्ते अभी कई वजहों से अच्छे नहीं हैं। व्यापार इस विवाद का एक बड़ा कारण है।” उन्होंने कहा कि रिश्तों में गिरावट ऐसे समय में आई है जब ज्यादा संभलकर चलने की जरूरत है। खासतौर से दक्षिणी एशिया में फिलहाल दोनों देशों के बीच तालमेल की ज्यादा जरूरत है।
उन्होंने कहा, “हमें अभी एक-दूसरे के और करीब आना होगा ताकि यह पक्का हो सके कि उस इलाके का पड़ोस सुरक्षित रहे।” इसके साथ ही चेतावनी दी है कि भारत और अमेरिका के बीच खराब तालमेल का फायदा हथियारबंद समूह उठा सकते हैं।
वहीं इस तनाव के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति को जिम्मेदार ठहराते हुए राजा कृष्णमूर्ति ने कहा, “डोनाल्ड ट्रंप ऑफिस आए, और अमेरिका-भारत के संबंधों में सब कुछ बदल गया। आर्थिक और सुरक्षा सहयोग दोनों में कमी आई है।”
हाल ही में पाकिस्तान और अमेरिका के बीच नजदीकी बढ़ते हुए देखी गई है। इसे लेकर अमेरिकी कांग्रेसी ने कहा, "ट्रंप का पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख के साथ घुलना-मिलना, यहां तक कि पाकिस्तान की सरकार को भी हटाना, बहुत बुरा है। राष्ट्रपति ने पाकिस्तानी सरकार के लोगों को छोड़कर उन्हें (असीम मुनीर) व्हाइट हाउस में लंच पर बुलाया।"
उन्होंने कहा, "इससे पता चलता है कि हमारी विदेश नीति अभी कितनी खराब तरीके से बनाई जा रही है। जब आप भारत जैसे अपने दोस्तों, साझेदारों और साथियों को दूर करते हैं, और चीन या रूस जैसे अपने दुश्मनों या रणनीतिक प्रतिद्वंदियों को करीब लाते हैं, तो आप कमजोरी दिखाते हैं, और जब आप कमजोरी दिखाते हैं, तो आप गुस्से को बुलावा देते हैं। जब आप गुस्से में होते हैं, तो आप लड़ाई और शायद युद्ध को बढ़ावा देते हैं।"
दोनों देशों के बीच तनाव कम होने को लेकर उन्होंने बस यही कहा कि जब तक ट्रंप भारत पर मनमाने टैरिफ लगाते रहेंगे और भारतीय लोगों को परेशान करते रहेंगे, तब तक वह बहुत बड़ी रणनीतिक गलती कर रहे हैं। वह अमेरिका को नुकसान पहुंचा रहे हैं, हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं और दुनिया में नेतृत्व करने की हमारी क्षमता को नुकसान पहुंचा रहे हैं।"
--आईएएनएस
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