पश्चिम बंगाल: टीएमएसी नेता अभिषेक बनर्जी ने बीएलए-2 के साथ की वर्चुअल बैठक
कोलकाता, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने रविवार को पार्टी के बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए-2), ब्लॉक, टाउन और वार्ड स्तर के मतदाता सूची पर्यवेक्षकों के साथ एक विशेष वर्चुअल बैठक की, जिसमें उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के तहत सुनवाई के लिए बुलाए गए लोगों के साथ खड़े रहने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान, बनर्जी ने स्थिति को "युद्धकाल" जैसा बताया और पार्टी कार्यकर्ताओं से भाजपा को किसी भी तरह की रियायत न देने का आग्रह किया।
तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा नेता ने निर्देश दिया कि प्रत्येक एसआईआर सुनवाई में बीएलए-2 की उपस्थिति अनिवार्य है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी भी पार्टी कार्यकर्ता को सुनवाई केंद्र में प्रवेश करने से रोका जाता है, तो पार्टी तुरंत कानूनी कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई कानूनी माध्यमों से भी जारी रहेगी। यदि प्रधानमंत्री लोगों तक पहुंचने के लिए तकनीक का उपयोग कर सकते हैं, तो चुनाव आयोग प्रवासी श्रमिकों के लिए सुनवाई प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए तकनीक का उपयोग क्यों नहीं कर सकता?
शनिवार को एसआईआर सुनवाई के दूसरे चरण का पहला दिन था, जिससे बुजुर्ग और कमजोर मतदाताओं को तलब किए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया।
कोलकाता के चेतला गर्ल्स स्कूल स्थित सुनवाई केंद्र पर कड़ाके की ठंड के बीच एक 90 वर्षीय व्यक्ति को कतार में खड़े देखा गया।
चुनाव आयोग के इस बयान के बावजूद कि 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं को नहीं बुलाया जाएगा, पहले ही दिन, कई 80 और 90 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कतारों में खड़े देखकर आलोचना हुई।
पश्चिम मिदनापुर में, एक गर्भवती महिला को उसी दिन सुनवाई की कतार में इंतजार करते देखा गया, जिस दिन उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बनर्जी ने आरोप लगाया कि राज्य में लोगों को लगातार परेशान किया जा रहा है और कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रभावित मतदाताओं की सहायता के लिए एसआईआर सुनवाई केंद्रों के पास सहायता शिविर स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इन शिविरों से जरूरतमंदों की मदद करेंगे।
इससे पहले, राज्य प्रशासन ने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र सहित दस्तावेजीकरण संबंधी समस्याओं में जनता की सहायता के लिए 'क्या हम आपकी मदद कर सकते हैं' शिविर स्थापित किए थे।
--आईएएनएस
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