Samachar Nama
×

तेलंगाना में 2025 के दौरान ड्रग मामलों में 30 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी

हैदराबाद, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना में वर्ष 2025 के दौरान मादक पदार्थों से जुड़े मामलों में 30.36 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि, राज्य की कुल अपराध दर में 2.33 प्रतिशत की कमी आई है। यह जानकारी तेलंगाना पुलिस की वार्षिक रिपोर्ट में दी गई है, जिसे मंगलवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बी. शिवधर रेड्डी ने जारी किया।
तेलंगाना में 2025 के दौरान ड्रग मामलों में 30 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी

हैदराबाद, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना में वर्ष 2025 के दौरान मादक पदार्थों से जुड़े मामलों में 30.36 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि, राज्य की कुल अपराध दर में 2.33 प्रतिशत की कमी आई है। यह जानकारी तेलंगाना पुलिस की वार्षिक रिपोर्ट में दी गई है, जिसे मंगलवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बी. शिवधर रेड्डी ने जारी किया।

रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2025 में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत कुल 2,542 मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 1,950 थी।

जून 2025 में तेलंगाना एंटी-नारकोटिक ब्यूरो का नाम बदलकर एलीट एक्शन ग्रुप फॉर ड्रग लॉ एनफोर्समेंट (एगल) रखा गया। इस इकाई ने वर्ष 2025 में 172.93 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ जब्त किए।

डीजीपी ने बताया कि एनडीपीएस मामलों में 20 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, जबकि वर्ष के दौरान कुल 76 विदेशी नागरिकों को निर्वासित किया गया।

ईगल फोर्स ने गोवा, दिल्ली, महाराष्ट्र, रांची सहित अन्य राज्यों में बड़े अंतरराज्यीय अभियान चलाए। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और दिल्ली पुलिस के साथ संयुक्त अभियानों में नाइजीरियाई ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ किया गया, 107 बैंक खातों को फ्रीज किया गया और देशव्यापी नेटवर्क को ध्वस्त किया गया।

‘ऑपरेशन कालथी कल्लू’ के तहत अल्प्राजोलाम मिलाकर बनाई जा रही मिलावटी ताड़ी के खिलाफ बहु-विभागीय कार्रवाई की गई। इस दौरान 42.98 करोड़ रुपये की जब्ती हुई और तेलंगाना व महाराष्ट्र में चल रही अवैध फैक्ट्रियों को बंद कराया गया।

वर्ष 2025 में छह अवैध ड्रग निर्माण इकाइयों का भंडाफोड़ किया गया। अब तक राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय से कुल 12 गुप्त फैक्ट्रियां ध्वस्त की जा चुकी हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, 2,337 मामलों में कुल 26,988 किलोग्राम मादक पदार्थ नष्ट किए गए, जबकि एनडीपीएस अधिनियम के तहत 41.47 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां जब्त की गईं। ड्रग सिंडिकेट की कमर तोड़ने के लिए वित्तीय जांच पर विशेष जोर दिया गया।

वर्ष 2025 में एनडीपीएस मामलों में 81 दोषसिद्धियां हुईं, जिनमें छह महीने से लेकर 20 साल तक की सजा सुनाई गई।

हैदराबाद नारकोटिक्स एनफोर्समेंट विंग को दुबई में आयोजित वर्ल्ड पुलिस समिट-2025 में मादक पदार्थ नियंत्रण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए दुनिया की पहली विशेषीकृत इकाई के रूप में मान्यता दी गई।

ईगल फोर्स ने 571 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए, जबकि जिला पुलिस ने 1,472 कार्यक्रमों का आयोजन किया। कॉलेजों में 1,405 एंटी-ड्रग कमेटियां और स्कूलों में 20,989 प्रहरी क्लब बनाए गए। इसके अलावा 47,881 स्वयंसेवकों को ‘एंटी-ड्रग सोल्जर’ के रूप में जोड़ा गया।

कुल अपराध परिदृश्य की बात करें तो वर्ष 2025 में राज्य में कुल 2,28,695 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2024 में यह संख्या 2,34,158 थी, यानी 2.33 प्रतिशत की गिरावट। हत्या, बलात्कार, लूट, अपहरण और फिरौती जैसे गंभीर अपराधों में कमी आई, जबकि आपराधिक विश्वासघात, जालसाजी और ड्रग मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई।

डीजीपी ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति संतोषजनक रही और हिंसक अपराधों के साथ-साथ माओवादी, सांप्रदायिक और आतंकी गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण रखा गया।

साइबर अपराधों में तेलंगाना में तीन प्रतिशत की कमी दर्ज की गई, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर इसमें 41 प्रतिशत की वृद्धि हुई। साइबर अपराध से होने वाला वित्तीय नुकसान भी 21 प्रतिशत घटकर 1,753.11 करोड़ रुपये से 1,378.34 करोड़ रुपये रह गया, जो राष्ट्रीय औसत छह प्रतिशत की कमी से कहीं बेहतर है।

--आईएएनएस

डीएससी

Share this story

Tags