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बांग्लादेश: व्यापारियों और छात्रों ने ढाका में किया विरोध प्रदर्शन

ढाका, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश के मोबाइल फोन व्यापारियों और छात्रों ने रविवार को राजधानी ढाका में विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राजधानी के कई हिस्सों में यातायात जाम हो गया। प्रदर्शन के कारण ढाका के जिन हिस्सों में जाम की स्थिति पैदा हुई, उनमें विज्ञान प्रयोगशाला, शाहबाग, अगरगांव और शिक्षा भवन के आसपास का क्षेत्र शामिल था।
बांग्लादेश: व्यापारियों और छात्रों ने ढाका में किया विरोध प्रदर्शन

ढाका, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश के मोबाइल फोन व्यापारियों और छात्रों ने रविवार को राजधानी ढाका में विरोध प्रदर्शन किया, जिससे राजधानी के कई हिस्सों में यातायात जाम हो गया। प्रदर्शन के कारण ढाका के जिन हिस्सों में जाम की स्थिति पैदा हुई, उनमें विज्ञान प्रयोगशाला, शाहबाग, अगरगांव और शिक्षा भवन के आसपास का क्षेत्र शामिल था।

मोबाइल फोन व्यापारियों ने रविवार को अगरगांव स्थित बांग्लादेश दूरसंचार नियामक आयोग (बीटीआरसी) भवन के सामने धरना दिया और राष्ट्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर (एनईआईआर) में सुधार और अन्य मुद्दों की मांग उठाई। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, बीटीआरसी भवन के सामने मुख्य सड़क के एक तरफ प्रदर्शनकारी मौजूद थे, जबकि कुछ अन्य ने सड़क के दूसरी तरफ जाम लगा दिया।

इस बीच ढाका कॉलेज, शहीद सुहरावर्दी सरकारी कॉलेज, सरकारी बांग्ला कॉलेज, काबी नजरूल सरकारी कॉलेज, और बेगम बोद्रुन्नेस सरकारी गर्ल्स कॉलेज के छात्र रविवार को शाहबाग चौराहे पर इकट्ठा हुए और लगभग एक घंटे तक सड़क जाम रखी।

इसी दौरान सात कॉलेजों के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र विश्वविद्यालय से जुड़े प्रस्तावित अध्यादेश को लेकर शिक्षा भवन की ओर मार्च निकालते रहे। पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर सचिवालय की ओर जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया, जिससे उस रास्ते पर यातायात बाधित हो गया।

ढाका कॉलेज और कई अन्य कॉलेजों के उच्चतर माध्यमिक छात्रों ने कॉलेज की स्वायत्तता की रक्षा की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन जारी रखा। छात्र परिसर और आसपास की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते रहे, जिससे यातायात जाम हो गया।

इससे पहले नवंबर में बांग्लादेश में वामपंथी डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स अलायंस के कई सदस्य उस समय घायल हो गए थे जब उन्होंने खुलना जिले में एक मानव श्रृंखला बनाई थी, जिसमें उन्होंने देश भर में धार्मिक स्थलों और सूफी स्थलों पर हो रहे हमलों का विरोध किया और बाउल गायक अबुल सरकार की रिहाई की मांग की। यह घटना 26 नवंबर को खुलना शहर के शिब्बारी चौराहे पर हुई थी।

--आईएएनएस

एमएस/डीकेपी

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