ओडिशा में दिल दहला देने वाली वारदात: युवक पर तीर से जानलेवा हमला, हालत गंभीर
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के राउरकेला से एक रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। मंगलवार सुबह ब्राह्मणी थाना क्षेत्र के कलूंगा इलाके में एक युवक पर तीर से जानलेवा हमला किया गया। यह हमला उस वक्त हुआ जब युवक अपने परिवार के साथ ऑटो में बैठकर संबलपुर लौट रहा था। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
पीड़ित युवक की पहचान नित्यानंद रणबीड़ा के रूप में हुई है, जो संबलपुर के बड़ सिंघारी इलाके का रहने वाला है। उसकी उम्र महज 25 साल है। फिलहाल उसकी हालत गंभीर बनी हुई है और राउरकेला के सरकारी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
शोकसभा से लौटते वक्त हुआ हमला
मिली जानकारी के अनुसार, नित्यानंद दो दिन पहले बिरकेरा के झरिया टोला में एक रिश्तेदार के शोक सभा में शामिल होने आया था। मंगलवार सुबह जब वह अपने परिवार के साथ ऑटो से घर लौट रहा था, तभी रास्ते में रंटो-बीरकेरा मार्ग पर उस पर हमला हुआ। हमलावर पहले से ही घात लगाए बैठे थे।
मुख्य आरोपी बिरसा ने अचानक नित्यानंद पर कमर के पास तीर से हमला कर दिया। यह तीर इतनी गहराई तक शरीर में घुस गया कि डॉक्टर अब तक उसे निकाल नहीं पाए हैं। यह हमला बेहद खतरनाक था और पीड़ित की हालत अब भी चिंताजनक बनी हुई है।
जबरन शादी का विरोध बना जानलेवा
पुलिस की शुरुआती जांच में चौंकाने वाला कारण सामने आया है। आरोपी बिरसा कथित रूप से एक महिला से जबरन शादी या रिश्ता बनाने की कोशिश कर रहा था, जिसका नित्यानंद ने विरोध किया था। इसी बात से नाराज होकर बिरसा ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर यह साजिश रची और हमला कर दिया।
घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए। कलूंगा पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस इस घटना को गंभीर मानकर हर पहलू से जांच कर रही है।
इलाके में तनाव और आक्रोश
इस नृशंस हमले के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हैं और पुलिस प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाए। यह हमला न केवल एक व्यक्ति पर था, बल्कि यह सामाजिक व्यवस्था और कानून पर सीधा हमला माना जा रहा है।
निष्कर्ष
राउरकेला की यह घटना यह दिखाती है कि कैसे व्यक्तिगत रंजिश और अस्वीकृत इच्छाएं हिंसक घटनाओं में बदल रही हैं। नित्यानंद जैसे साहसी युवक जो गलत के खिलाफ खड़े होते हैं, उन्हें आज समाज में अपनी जान तक जोखिम में डालनी पड़ती है। अब देखना यह है कि पुलिस कितनी तेजी से कार्रवाई करती है और दोषियों को कानून के शिकंजे में लाती है। जनता को इंसाफ का इंतजार है।

