संविधान भाजपा के जनप्रतिनिधियों को जातीय आधार पर बैठक करने की अनुमति नहीं देता है: पंकज चौधरी
मथुरा, 27 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में भाजपा विधायकों की जातीय बैठकों को लेकर पार्टी के भीतर हलचल तेज हो गई है। खासतौर पर ब्राह्मण विधायकों की बैठक सामने आने के बाद भाजपा नेतृत्व सतर्क हो गया है। भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए 48 घंटे के भीतर दूसरी बार विधायकों को स्पष्ट चेतावनी दी और कहा हमारा संविधान परमिशन नहीं देता है कि भाजपा के जन प्रतिनिधि कोई भी जातीय आधार पर बैठक करें।
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार मथुरा पहुंचे पंकज चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारतीय जनता पार्टी सर्व समाज की पार्टी है और उसका संविधान किसी भी जनप्रतिनिधि को जातीय आधार पर बैठक करने की अनुमति नहीं देता। उन्होंने कहा कि इसी कारण संबंधित विधायकों से बातचीत कर उन्हें चेताया गया है और साफ निर्देश दिए गए हैं कि आगे ऐसी कोई बैठक न हो, जो पार्टी के खिलाफ संदेश दे।
पंकज चौधरी ने दो टूक कहा कि यदि इस तरह की गतिविधियां दोहराई गईं, तो उन्हें अनुशासनहीनता माना जाएगा। इससे पहले 25 दिसंबर को भी उन्होंने ब्राह्मण विधायकों को नकारात्मक राजनीति से दूर रहने की नसीहत दी थी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, लखनऊ में हुई बैठक को लेकर शीर्ष नेतृत्व नाराज है और इसे संगठनात्मक अनुशासन के खिलाफ माना जा रहा है।
बता दें कि इसके पहले हुए मानसून सत्र के दौरान क्षत्रिय समाज के विधायकों की एक अलग बैठक भी चर्चा में आई थी। अब ब्राह्मण विधायकों की बैठक ने भाजपा संगठन और सरकार, दोनों के लिए नई मुसीबत बन गई है। एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) के तहत मतदाता सूची में नाम कटने के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह चुनाव आयोग की संवैधानिक प्रक्रिया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में भी एसआईआर हुआ था और वहां भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला।
मथुरा आगमन पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंकज चौधरी का जोरदार स्वागत किया। हरियाणा-उत्तर प्रदेश सीमा से लेकर शहर तक विभिन्न स्थानों पर जिलाध्यक्ष, मंत्री, विधायक और सांसदों ने उनका अभिनंदन किया। इसके बाद उन्होंने बांके बिहारी मंदिर में दर्शन-पूजन कर प्रदेश यात्रा की शुरुआत की और 2027 में भाजपा की दोबारा सरकार बनने की कामना की।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को पूर्वांचल के दौरे में थे। जहां उन्होंने भाजपा में ब्राह्मण समाज के विधायकों और नेताओं की उपेक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की। शिवपाल ने कहा कि भाजपा में कई ब्राह्मण नेता और विधायक खुद को असंतुष्ट महसूस कर रहे हैं। ऐसे में, जो लोग भाजपा से असंतुष्ट हैं और सम्मान तथा राजनीतिक भागीदारी की तलाश में हैं, उनके लिए समाजवादी पार्टी के दरवाजे खुले हैं।
--आईएएनएस
विकेटी/एएसएच

