गाजीपुर में जन्म से अंधे साधु की नृशंस हत्या, धारदार हथियार से सिर को धड़ से किया अलग

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के बुजुर्गा गांव में सोमवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। अज्ञात हमलावरों ने गांव के मंदिर में रहने वाले एक दृष्टिहीन साधु की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी। मृतक की पहचान 52 वर्षीय रामनगीना यादव के रूप में हुई है, जो जन्म से दृष्टिहीन थे और कई वर्षों से गांव के मंदिर में पूजा-पाठ कर अपना जीवन यापन कर रहे थे।
रात के अंधेरे में हत्या की वारदात:
घटना सोमवार रात की है, जब रामनगीना यादव गांव के आटा चक्की के बाहर सो रहे थे। तभी अज्ञात हमलावरों ने रात के सन्नाटे का फायदा उठाकर उनका गला रेतकर हत्या कर दी और फरार हो गए। मंगलवार सुबह जब ग्रामीणों ने उनका खून से लथपथ शव देखा, तो पूरे गांव में हड़कंप मच गया। यह घटना न केवल भयावह थी, बल्कि ग्रामीणों के लिए भी एक बड़े झटके के रूप में सामने आई।
जमीन विवाद का संदेह:
स्थानीय लोगों के मुताबिक, रामनगीना यादव का अपने सगे भाई वकील यादव से पुश्तैनी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। पुलिस को भी यह मामला पहले दृष्टया जमीन विवाद से जुड़ा हुआ लगता है। सीओ सिटी शेखर सेंगर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। वहीं, हत्या का मामला अज्ञात हमलावरों के खिलाफ दर्ज कर लिया गया है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
ग्रामीणों में आक्रोश:
यह सनसनीखेज वारदात गांव में दहशत का माहौल पैदा कर चुकी है। ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है और वे जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है, लेकिन हत्यारे अभी तक फरार हैं। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि हत्या का असली कारण क्या था और आरोपी कौन हैं।
इस घटना ने न केवल गांव के लोगों को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि पुलिस और प्रशासन के लिए भी चुनौती बन गई है।