पहले ट्रेन की खिड़की साफ की, फिर ट्रैक पर फैलाई गंदगी, वीडियो देख लोगों ने पकड़ लिया माथा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला ट्रेन की सफाई करती दिख रही है। वीडियो में वह ध्यान से ट्रेन की खिड़की साफ करती दिख रही है। उसने पहले पानी से धूल साफ की, फिर टिशू से पोंछी ताकि बाहर का नज़ारा साफ दिखे। लेकिन बिना सोचे-समझे उसने टिशू पेपर और पानी की खाली बोतल पटरियों पर फेंक दी।
सब कुछ कैमरे में कैद हो गया
वहां मौजूद एक और पैसेंजर ने पूरी घटना को कैप्चर कर लिया। जैसे ही वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ, रिएक्शन आने लगे। देखने वालों को गुस्सा आया कि एक तरफ तो महिला अपनी सुविधा के लिए खिड़की साफ कर रही थी, दूसरी तरफ उसे पब्लिक जगह को गंदा करने में कोई शर्म नहीं आई।
वीडियो देखने के बाद यूजर्स ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पर लोगों ने उसकी सोच और सिविक जिम्मेदारी की कमी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे साफ पता चलता है कि बहुत से लोग सिर्फ अपने आराम और मजे की परवाह करते हैं, जबकि पब्लिक प्रॉपर्टी की सफाई और साफ माहौल बनाए रखने का असली मतलब भूल जाते हैं। एक यूजर ने लिखा, "सिविक समझ अब कम हो गई है।" एक और व्यक्ति ने कहा, "एजुकेशन और फैशन किसी इंसान को जिम्मेदार नहीं बनाते। असली मतलब आपके व्यवहार में है।"
क्या महिला की हरकतें सवाल खड़े करती हैं?
Madam cleaned the windows for 30 full seconds and then threw the bottle and tissue on the tracks 😭😭😭🤡@AshwiniVaishnaw ji - Pls appoint her as cleaning staff for Indian Railways.#FI pic.twitter.com/GlDycvxaeM
— Fundamental Investor ™ 🇮🇳 (@FI_InvestIndia) October 24, 2025
वीडियो देखने वाले लोग इस बात से भी परेशान थे कि स्टेशन परिसर में डस्टबिन होने के बावजूद, कई लोग उनका इस्तेमाल करने के बजाय रेलवे ट्रैक को कूड़ेदान समझते हैं। महिला की हरकतें यह सवाल उठाती हैं कि क्या हम सच में सफाई की अहमियत समझते हैं या हम सिर्फ दिखावे के लिए सफाई को प्राथमिकता देते हैं।
इसे कहते हैं डबल स्टैंडर्ड।
वायरल फुटेज में एक कड़वी सच्चाई सामने आई है। खिड़की पॉलिश करके बाहर के खूबसूरत नज़ारे का मज़ा ले रही महिला ने यह नहीं सोचा कि उसकी लापरवाही दूसरों को परेशानी दे सकती है। देखने वाले इसे "डबल स्टैंडर्ड" का उदाहरण कह रहे हैं, जहाँ लोग अपने लिए तो साफ माहौल चाहते हैं लेकिन समाज के लिए ज़िम्मेदार नहीं बन पाते।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि सफाई सिर्फ सरकार या रेलवे की ज़िम्मेदारी नहीं है। हर नागरिक की इसमें अहम भूमिका है। अगर हम सब अपने छोटे-छोटे कामों में ज़िम्मेदार बनेंगे, तभी देश में सफाई अभियान का असली असर दिखेगा।

