पहले की 6 महीने के मासूम की हत्या, फिर खुद लगा ली फांसी…देवर की शादी की बात से नाराज भाभी ने उठाया खौफनाक कदम?

उत्तर प्रदेश के उन्नाव से दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां रिश्तों की कड़वाहट ऐसी हो गई कि मां ने अपने मासूम बेटे को अपने हाथों से मार डाला, फिर उसके बाद खुशी-खुशी फांसी के फंदे पर झूल गई। महिला के इस खौफनाक कदम से लोग हैरान रह गए। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। मां और बेटे के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
महिला ने अपने 6 महीने के बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी और खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से गांव में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि महिला के देवर का उसके मामा की बेटी से संबंध था, जिसका वह विरोध करती थी। इसी बात को लेकर परिवार में विवाद चल रहा था। पुलिस ने महिला के मायके पक्ष को घटना की सूचना दे दी है।
जानकारी के अनुसार, सदर कोतवाली के बाबूखेड़ा गांव निवासी सर्वेश की शादी 2018 में दुर्गेश कुमारी से हुई थी। शुरुआत में तो सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कुछ महीनों से परिवार में विवाद चल रहा था, जिससे महिला परेशान थी। सोमवार को उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। महिला ने पहले अपने कमरे में 6 महीने के बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह जब देर तक उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो परिवार के सदस्यों ने उसे खुलवाने का प्रयास किया। जब अंदर से कोई हलचल नहीं हुई तो जबरदस्ती दरवाजा खोला गया।
जैसे ही कमरे का दरवाजा खुला तो परिवार के लोग दंग रह गए। बच्चे का शव बिस्तर पर पड़ा था और दुर्गेश का शव फंदे से लटक रहा था। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। कोतवाली प्रभारी प्रमोद मिश्रा ने बताया कि बेटा कमरे में मृत मिला और मां का शव फंदे से लटक रहा था।
थाना प्रभारी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दुर्गेश की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह अपने देवर की शादी से नाराज थी। बहनोई की शादी उसके मामा की बेटी से तय हुई थी। इस बात को लेकर परिवार में तनाव था। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है। पूरे गांव में शोक का माहौल है।