आशिक के लिए 3 बच्चों को खिला दी 'जहर वाली दही', भूखा ही चला गया दफ्तर तो बच गया पति

जबलपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने एसपी ऑफिस में जनसुनवाई के दौरान जहर खा लिया। महिला ने यह कदम तब उठाया, जब उसे एसपी के सामने अपनी शिकायत का संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस घटना से प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया और महिला को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह घटना जबलपुर के अधारताल थाना क्षेत्र के सुहागी के पन्नी मुहल्ले में रहने वाली 30 वर्षीय द्रोपदी विश्वकर्मा के साथ घटी। द्रोपदी का कहना है कि उसका पति रमेश विश्वकर्मा उसे लंबे समय से मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। उसे और उसके बच्चों को घर से निकाल दिया गया था, और द्रोपदी ने कई बार थाने में शिकायत की, लेकिन हर बार उसे निराशा ही हाथ लगी। इस बार उसने बड़ी उम्मीद के साथ एसपी ऑफिस में जनसुनवाई में अपनी बात रखने का निर्णय लिया, लेकिन वहां भी उसे संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
महिला का आरोप था कि उसका पति शराब पीकर घर में रोज मारपीट करता है और आर्थिक रूप से भी उसे पूरी तरह से तंग कर दिया था। पीड़िता का कहना था कि जनवरी महीने से उसके पति ने घर चलाने के लिए कोई मदद नहीं की, और अब वह दूसरी शादी करने की धमकी दे रहा है। पति की इन धमकियों और मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर द्रोपदी ने जनसुनवाई के दौरान जहर खा लिया।
महिला के जहर खाने के बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे तुरंत शासकीय अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों के अनुसार, महिला की हालत अब स्थिर है, और वह खतरे से बाहर है। इस घटना के बाद नायब तहसीलदार रांझी नीलू बांगरी ने अस्पताल पहुंचकर महिला का हाल-चाल लिया और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच का आश्वासन दिया।
महिला ने यह भी बताया कि उसने पहले भी दो-तीन बार पुलिस में शिकायत दी थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी, जिससे वह हताश होकर आत्महत्या करने की कोशिश कर रही थी। इस घटना ने यह सवाल खड़ा किया है कि जब महिलाओं के खिलाफ हिंसा और प्रताड़ना के मामलों में प्रशासन द्वारा तत्काल कार्रवाई नहीं की जाती है, तो पीड़ित व्यक्ति को आत्महत्या जैसे खतरनाक कदम उठाने के लिए मजबूर किया जा सकता है।
इस घटना के बाद प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए इसकी जांच शुरू कर दी है, और महिला को न्याय दिलाने का वादा किया है।