बीमारियों से पीड़ित मरीजों का कराते फर्जी बीमा और फिर मौत के बाद शुरू होता घिनौना काम...पुलिस ने ऐसे हुआ खुलासा

उत्तर प्रदेश के संभल में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को फर्जी बीमा मुहैया कराता था और उनकी मौत के बाद सारा पैसा हड़प लेता था। यह गिरोह आशा कार्यकर्ताओं की मदद से कैंसर, टीबी या अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को ढूंढता था और फिर उनसे लाखों रुपए की ठगी करता था।
ये लोग अपने आस-पास के इलाकों में बीमारी की आखिरी स्टेज पर पहुंच चुके मरीजों के लिए आशा कार्यकर्ताओं या दूसरे लोगों से मदद लेते थे, फिर पीएमजेजेवाई योजना के तहत उन्हें 2 लाख रुपए का जीवन बीमा मुहैया कराया जाता था। इसके साथ ही नॉमिनी का खाता खोलकर उसकी पासबुक व डेबिट कार्ड अपने पास रख लिया। बाद में बीमा जांच अधिकारियों से मिलीभगत कर वे मृत्यु के बाद पूरा पैसा निकाल लेते थे। इस गिरोह ने सरकारी अस्पतालों से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और मेडिकल फॉर्म देकर कई नामी बीमा कंपनियों से भी लाखों रुपये निकाले हैं।
त्रिलोक कुमार नामक व्यक्ति की पिछले साल जुलाई में मौत हो गई थी, लेकिन 3 महीने बाद मृतक को जीवित दिखाकर बीमा कंपनियों से करीब 20 लाख रुपये की दो पॉलिसियां ले ली गईं। फिर दिसंबर माह में हार्ट अटैक दिखाकर मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर बीमा राशि निकाल ली गई।
संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि एक आशा कार्यकर्ता समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से कई बैंकों की 81 पासबुक, 35 डेबिट कार्ड और 31 मृत्यु प्रमाण पत्र बरामद किए गए हैं। वे ऐसे कई परिवारों से सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के बदले जरूरी दस्तावेज ले लेते थे, फिर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर पैसे ऐंठते थे।