इंजीनियर और MBA पास क्रिकेटर बने ठग, बैंक अफसर बन उड़ाए करोड़ों, खरीदी Thar और 1.25 लाख का बैट
COVID-19 महामारी के दौरान सिंगापुर में नौकरी जाने के बाद, दो दोस्तों, दोनों B.Tech और MBA ग्रेजुएट ने एक साइबर फ्रॉड गैंग बनाया। उन्होंने क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के बहाने फ्रॉड करना शुरू कर दिया। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर तीन लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन, एक थार कार और एक क्रिकेट किट जब्त की।
DCP क्राइम अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि गोविंद नगर इलाके के सुनील कुमार खन्ना से क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर ₹1.35 लाख की ठगी की गई। शिकायत के बाद गोविंद नगर थाने में केस दर्ज किया गया। इसके बाद साइबर क्राइम टीम ने जांच शुरू की। डिजिटल सबूत, बैंक ट्रांजैक्शन और टेक्निकल जांच के आधार पर टीम ने पंजाब पुलिस की मदद से बागपत के रहने वाले अनुज तोमर को चंडीगढ़ से और दिल्ली के रहने वाले विवेक शर्मा को गिरफ्तार किया। उनके पास से तीन लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन, एक थार कार, एक क्रिकेट किट और कई लग्जरी आइटम जब्त किए गए। जांच में पता चला कि अनुज तोमर MBA ग्रेजुएट है और विवेक शर्मा B.Tech ग्रेजुएट है। साथ में पढ़ाई करने के बाद, उन्होंने सिंगापुर की एक कंपनी में काम किया, लेकिन नौकरी जाने के बाद वे भारत लौट आए और साइबर फ्रॉड करने लगे।
लोन देने वाले ने उन्हें फ्रॉड करना सिखाया
पुलिस के मुताबिक, सिंगापुर में नौकरी जाने के बाद दोनों आरोपी भारत लौट आए। इस दौरान उन पर काफी कर्ज हो गया। विवेक शर्मा ने अपने अपार्टमेंट में रहने वाले एक युवक से भी पैसे उधार लिए थे। जब वह कर्ज नहीं चुका पाया, तो उसी युवक ने उसे साइबर फ्रॉड करना सिखाया। पुलिस ने बताया कि आरोपी अपने शिकार को टारगेट करने के लिए चलती कार से कॉल करते थे। अगर पीड़ित शिकायत करते तो पुलिस उन्हें ट्रेस न कर सके, इसके लिए वे हर दिन दिल्ली और पंजाब के बीच सफर करते थे।
दोनों के खिलाफ 35 शिकायतें
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर 35 शिकायतें दर्ज की गई हैं। आरोपियों ने दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पंजाब, गुजरात और हरियाणा में लोगों को ठगा है। गैंग में और भी सदस्य शामिल हैं, जिन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी विवेक शर्मा क्रिकेट का शौकीन है। उसने मोहाली, हरियाणा और चंडीगढ़ में घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। विवेक IPL की तैयारी भी कर रहा था। उसने ठगे गए पैसे से ऑनलाइन क्रिकेट किट और दूसरे सामान खरीदे।

