मेरा अपहरण कर लिया गया है. उन लोगों ने मेरे मोबाइल से 15 हजार निकाल लिए हैं और पैसे मांग रहे हैं। अन्यथा वे मार देंगे. मुझे बचा लो... राकेश मंडल ने अपने मोबाइल से जीजा को यह व्हाट्सएप मैसेज भेजा। संदेश देखकर जीजाजी चौंक गए। उन्होंने अपने साले की जान बचाने के लिए राकेश के गूगल पे पर 5000 रुपये, फिर 30000 रुपये भेजे। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने जवाब दिया- अपने बच्चे को छोड़ दो, बाय-बाय। लेकिन राकेश के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। मामला बिहार के भागलपुर का है।
जगदीशपुर थाना क्षेत्र के अंगारी गांव के राजेंद्र मंडल के पुत्र राकेश कुमार का अपहरण कर लिया गया है। वह महादेव सिंह कॉलेज में बीए का छात्र है। गत दिवस 7 अप्रैल को सुबह आठ बजे वह घर से क्लास के लिए निकला था, उसके बाद वह घर वापस नहीं लौटा। उसने सबसे पहले अपने जीजा को मोबाइल पर कॉल कर बताया कि पास के तातारपुर निवासी चार लड़कों ने उसका अपहरण कर लिया है। फिर वॉट्सऐप चैट पर 30 हजार लिखकर भेज दिया।
जीजा ने लोकेशन भेजने को कहा तो जवाब आया कि लोकेशन बंद हो गई है। फिर जीजा ने लिखा- अपहरणकर्ताओं से बात करो तो मैसेज आया- पैसे देते ही छोड़ देंगे। पर फिर से पता चला कि फटा है तो जवाब आया कि मुझे पता ही नहीं चलेगा।
राकेश के खाते से 15 हजार रुपये उड़ाए
राकेश ने अपने जीजा को बताया कि मेरे यूपीआई में जमा 15 हजार रुपए उन्होंने निकाल लिए हैं। अब वे और रुपए मांग रहे हैं, नहीं तो मार देंगे। इसके बाद उसके साले ने पहले पांच हजार रुपये, फिर दोबारा तीस हजार रुपये ऑनलाइन भेजने की मांग की। लेकिन अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। शाम सात बजे परिजन तातारपुर थाने आए और मौखिक सूचना दी। इसके बाद रात 8:29 बजे व्हाट्सएप कॉल की तो किसी ने कॉल रिसीव नहीं की। पैसे ट्रांसफर करने के बाद मैसेज आया - आपका बच्चा छोड़ दिया, बाय-बाय।
पीड़ित के खाते में जमा कराये गये पैसे
इसके बाद न तो राकेश के मोबाइल नंबर पर कॉल आ रही है और न ही अपहरणकर्ताओं की तरफ से कोई कॉल आ रही है। अपहृत छात्र राकेश के पिता किसान हैं और सब्जी बेचते हैं। उसका बड़ा भाई दूसरे राज्य में मजदूरी करता है। अपहरणकर्ताओं ने सभी कॉल राकेश के मोबाइल से कीं। और पैसे भी राकेश के यूपीआई नंबर पर भेज दिए गए। घटना को लेकर पुलिस देर रात से ही आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। पुलिस ने इस मामले में अपनी ओर से कोई जानकारी साझा नहीं की है।