भाभी संग बेडरूम में रोमांस कर रहे थे दारोगा जी, तभी आ धमकी पत्नी और फिर..वीडियो देख आंखों पर नहीं होगा यकीन

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला इंस्पेक्टर ने अपने ही पति, जो कि खुद भी पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर है, पर धोखाधड़ी, मारपीट और शारीरिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। यही नहीं, महिला ने अपने देवर और ननद पर भी अश्लील हरकतें और हिंसा के आरोप लगाए हैं। यह मामला लखनऊ के महानगर कोतवाली क्षेत्र का है, जहां रविवार को महिला इंस्पेक्टर रोती-बिलखती हालत में थाने पहुंचीं और अपनी आपबीती सुनाई। वहां मौजूद पुलिसकर्मी और अधिकारी यह सब सुनकर सन्न रह गए।
क्या कहा पीड़ित महिला इंस्पेक्टर ने?
महिला इंस्पेक्टर ने बताया कि पहले पति की मृत्यु के बाद वह पूरी तरह अकेली हो गई थीं। इसी दौरान लखनऊ में तैनात एक इंस्पेक्टर से उनका परिचय हुआ, जो धीरे-धीरे नज़दीकी में बदल गया और फिर दोनों ने शादी कर ली। लेकिन शादी के कुछ ही समय बाद महिला को पता चला कि उसके पति का अपनी ही भाभी के साथ अवैध संबंध है। जब महिला ने इसका विरोध किया तो पति ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। इतना ही नहीं, जब महिला ने अपने जीजा को इस बारे में बताया, तो उसने भी महिला के साथ अश्लील हरकतें करने की कोशिश की।
“जिसे भगवान माना, वही राक्षस निकला”
महिला इंस्पेक्टर की बातों में दर्द साफ झलक रहा था। उसने कहा: “जिसे मैंने भगवान मानकर जीवन का साथी चुना, उसी ने मेरे साथ सबसे बड़ा धोखा किया। मैंने अपने पति को उसकी भाभी के साथ रंगे हाथों पकड़ा, और जब विरोध किया तो उन्होंने मुझे पीटा, मेरा गला घोंटने की कोशिश की और मेरे गहने भी छीन लिए।” महिला ने किसी तरह घर से भागकर थाने पहुंचने की हिम्मत दिखाई।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू
महिला की शिकायत पर पुलिस ने उसके पति, देवर और ननद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। महिला का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है और पुलिस रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। थाने के एक अधिकारी ने बताया: “मामला बेहद गंभीर है, हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों पर उचित धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।”
क्या है अगला कदम?
यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो महिला इंस्पेक्टर के पति और उसके परिजनों के खिलाफ गिरफ्तारी और विभागीय कार्रवाई दोनों संभव हैं। पुलिस इस मामले को संवेदनशीलता और गंभीरता से देख रही है।
निष्कर्ष
यह मामला न केवल एक महिला पुलिस अधिकारी की व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह भी बताता है कि भरोसे का रिश्ता जब धोखे में बदल जाए, तो इंसान का जीवन कितनी पीड़ा से गुजरता है — चाहे वह किसी भी पद या पेशे में हो। पुलिस विभाग के भीतर ही ऐसे मामले सामने आना व्यवस्था और नैतिकता पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं। अब देखना होगा कि कानून कितना निष्पक्ष और तेज़ काम करता है।