सीएमजी के विदेशी टिप्पणीकारों का वार्षिक निष्कर्ष: सहयोग की रोशनी कभी नहीं बुझी
बीजिंग, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। जब उतार-चढ़ाव और परिवर्तनों से भरा वर्ष 2025 अपने अंत की ओर अग्रसर है, चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के ‘ग्लोबल विजन’ कार्यक्रम के विदेशी विशेषज्ञ एकमत हैं कि संघर्षों से भरी इस दुनिया में सहयोग की रोशनी कभी नहीं बुझी। उनका कहना है कि चीन का व्यावहारिक विकास मॉडल आज वैश्विक दक्षिण की आकांक्षाओं से गहराई से मेल खा रहा है और 2026 के लिए विकास एवं सुरक्षा में स्थिरता का सशक्त आधार बन रहा है।
चीन के प्रस्तावित शासन सिद्धांत अब वैश्विक सहमति का केंद्र बनते जा रहे हैं। 'हरित पहाड़ियां और स्वच्छ जल सोने-चांदी के खजाने के समान हैं' की अवधारणा की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर, कंबोडिया-चीन संबंध विकास संस्थान के अध्यक्ष चिया मुन्यरीथ ने कहा कि यह पूर्वी बुद्धिमत्ता अब वैश्विक जलवायु शासन में दिशा-प्रदर्शन की भूमिका निभा रही है।
सितंबर में, चीन के थ्येनचिन शहर में आयोजित 2025 एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तुत वैश्विक शासन पहल को अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने वर्ष की प्रमुख सार्वजनिक संपदा के रूप में सराहा। कंबोडिया की रॉयल एकेडमी ऑफ साइंसेज के चीन अध्ययन संस्थान के निदेशक केवाई सेरेवाथ ने कहा कि यह पहल, विकास, सुरक्षा एवं सभ्यता से संबंधित अन्य प्रस्तावों के साथ मिलकर, मानव जाति के साझे भविष्य की ओर एक व्यवस्थित मार्ग प्रशस्त करती है।
चीन में ईरान के पूर्व राजदूत जवाद मंसूरी ने चीन की नीतिगत निरंतरता को वैश्विक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। वहीं, भारत के स्वतंत्र लेखक उमेश चतुर्वेदी ने भारत-चीन सीधी उड़ानों की बहाली पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि द्विपक्षीय संबंधों में सुधार केवल आशा की किरण ही नहीं, बल्कि एशियाई स्थिरता के लिए भी शुभ संकेत है। उनके अनुसार, विकास के वास्तविक लाभ तभी जनता तक पहुंच सकते हैं, जब देशों के बीच पारस्परिक विश्वास और संवाद मजबूत हो।
इस वर्ष 18 दिसंबर को हाईनान फ्री ट्रेड पोर्ट का पूर्ण संचालन चीन के खुलेपन के अटूट संकल्प का प्रतीक है। तुर्की की अनादोलु एजेंसी के पूर्व पेइचिंग संवाददाता कामिल एर्दोग्दू ने इसे उच्चस्तरीय खुली अर्थव्यवस्था के निर्माण की दिशा में चीन की मजबूत प्रतिबद्धता बताया।
डिजिटल सहयोग के क्षेत्र में, तुर्की एविएशन टेक्नोलॉजी मैगजीन की स्तंभकार जुलाल सेलिक ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे क्षेत्रों में चीन और वैश्विक दक्षिण देशों का सहयोग आने वाले समय में वैश्विक आर्थिक ढांचे की नई दिशा तय करेगा।
विचार-सहमति से लेकर व्यवहारिक कार्यान्वयन तक और क्षेत्रीय समन्वय से लेकर वैश्विक साझाकरण तक, 'ग्लोबल विजन' कार्यक्रम के विदेशी टिप्पणीकारों का मानना है कि चीन और वैश्विक दक्षिण देशों के बीच सहयोग ने यह सिद्ध कर दिया है कि संवाद, संयुक्त निर्माण और साझाकरण की अवधारणा को अपनाकर ही उथल-पुथल में स्थिरता स्थापित की जा सकती है तथा 2026 के वैश्विक विकास के लिए अधिक निश्चितता और विश्वास बहाल किया जा सकता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस
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