सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, 70 लाख की रिश्वत लेते दो सुपरिटेंडेंट पकड़े गए
झांसी, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्तर प्रदेश के झांसी में केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) कार्यालय में बड़े रिश्वतखोरी रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
इस मामले में सीबीआई ने एक आईआरएस (कस्टम्स एंड इनडायरेक्ट टैक्स) अधिकारी सहित अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में सीजीएसटी झांसी में तैनात एक डिप्टी कमिश्नर, दो सुपरिटेंडेंट, एक अधिवक्ता और एक निजी कंपनी का मालिक शामिल है।
सीबीआई की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह कार्रवाई 30 दिसंबर को शुरू की गई थी। जांच एजेंसी ने 30 दिसंबर को ही मामला दर्ज किया था। आरोप है कि सीजीएसटी झांसी में तैनात अधिकारियों ने निजी कंपनियों को जीएसटी चोरी से जुड़े मामलों में राहत देने के बदले 1.5 करोड़ रुपए की रिश्वत की मांग की थी।
सीबीआई ने जाल बिछाकर कार्रवाई करते हुए दो सुपरिटेंडेंट को 70 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। यह रकम डिप्टी कमिश्नर के इशारे पर ली जा रही थी। इसके बाद डिप्टी कमिश्नर, दोनों सुपरिटेंडेंट, एक वकील और एक निजी कंपनी के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने विभिन्न ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान करीब 90 लाख रुपए नकद, कई संपत्ति से जुड़े दस्तावेज और भारी मात्रा में आभूषण व कीमती धातुएं बरामद की गईं। सीबीआई ने बताया कि अब तक कुल करीब 1.60 करोड़ रुपए नकद जब्त किए जा चुके हैं। तलाशी की कार्रवाई अभी भी जारी है और मामले की आगे की जांच चल रही है।
सीबीआई के अनुसार, सभी आरोपियों को मेडिकल जांच के बाद संबंधित न्यायालय में पेश किया जाएगा। इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी और अहम पहल माना जा रहा है।
--आईएएनएस
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