बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने महाबोधि मंदिर में की पूजा-अर्चना
गयाजी, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को गयाजी के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने सबसे पहले बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान में दो दिवसीय मंथन-2025 प्रशासनिक कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम के बाद वे ज्ञानस्थली के रूप में चर्चित बोधगया के महाबोधि मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की।
उन्होंने यहां राज्य में सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की। इस दौरान मुख्यमंत्री को बोधगया मंदिर प्रबंधन द्वारा स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने यहां कुछ समय गुजारा। मान्यता है कि इसी महाबोधि मंदिर के पास गौतम बुद्ध को बोधिवृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। यह स्थल यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया गया है और बौद्ध धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में प्रमुख है। मंदिर की वास्तुकला गुप्तकालीन शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसकी संरचना पिरामिडनुमा है और मध्य में 55 मीटर ऊंचा मुख्य स्तूप स्थित है।
मंदिर परिसर में बोधिवृक्ष, ध्यान स्थान, और अनेक बौद्ध देशों के विहार स्थित हैं। यहां प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। विशेषकर बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बड़ी संख्या में यहां लोग पहुंचते हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गयाजी स्थित बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) में आयोजित मंथन 2025 दो दिवसीय कार्यशाला का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।
इस कार्यक्रम में बिहार के सभी प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिला पदाधिकारी शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम के दौरान पदाधिकारियों से कहा कि सरकार की योजनाओं को तेजी से और बेहतर ढंग से क्रियान्वित करें। पूरी संवेदनशीलता, लगन एवं ईमानदारी के साथ जनकल्याण के लिए काम करें। आप सभी से लोगों को काफी उम्मीदें रहती हैं। उन्होंने कहा कि बिहार को देश के सर्वाधिक पांच विकसित राज्यों में शामिल करने के लिए सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओं पर तेजी से काम कर उसे पूर्ण करें। उन्होंने इस मौके पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
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