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बैरक नंबर-12…जानें मेरठ की जेल के अंदर कैसे बीती मुस्कान की रात, पति की हत्या पर कह दी ऐसी बड़ी बात की...

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सौरभ सिंह राजपूत हत्याकांड में हत्यारोपी पत्नी मुस्कान और उसका प्रेमी साहिल शुक्ला मेरठ जेल में बंद हैं। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जब मुस्कान रस्तोगी को जेल ले जाया गया तो वह पूरी तरह खामोश थी। जेल अधिकारी के अनुसार मुस्कान चाहती थी कि उसकी बैरक साहिल के सामने हो। लेकिन ऐसा होना संभव नहीं था। क्योंकि जेल मैनुअल के अनुसार महिला कैदियों को पुरुष कैदियों की बैरक से अलग रखा जाता है।

जेलर ने बताया- मुस्कान को बैरक नंबर-12 में रखा गया है। जबकि, साहिल को बैरक नंबर 18 में रखा गया है। शाम सात बजे जब मुस्कान को जेल ले जाया गया तो उसके चेहरे के भाव बदल गए। वह पूरी रात सोई नहीं। उसने खाना भी नहीं खाया. बस सारी रात दिशा बदलती रही। उसकी आँखों में नींद नहीं थी। वह कभी बैठ जाती तो कभी उठकर चलने लगती। जब मुस्कान को जेल ले जाया जा रहा था तो उसने बस इतना ही कहा - मैंने जो भी किया, अच्छा नहीं किया। मुझे सौरभ को नहीं मारना चाहिए था.

मुस्कान ने विवाहेतर संबंध के चलते अपने पति सौरभ राजपूत की बेरहमी से हत्या कर दी। फिर शव को 15 टुकड़ों में काटकर एक ड्रम में डाल दिया और उस पर सीमेंट का घोल डाल दिया। इसमें उनके बॉयफ्रेंड साहिल ने भी उनका साथ दिया।

बुधवार को पुलिस ने मुस्कान और साहिल को कोर्ट में पेश करने से पहले मीडिया के सामने पेश किया। मुस्कान की मांग में सिंदूर था। वह आँखें झुकाये खड़ी थी। जब उनसे पूछा गया- यह सिंदूर किसके नाम का है? इस पर मुस्कान चुप रही। इसके बाद पुलिस मुस्कान और साहिल को कोर्ट में पेश करने के लिए ले गई। लेकिन अदालत के बाहर वकीलों ने दोनों को घेर लिया। उन्होंने दोनों की जमकर पिटाई की, साहिल के बाल खींचे और उसके कपड़े भी फाड़ दिए। पुलिस ने बमुश्किल दोनों को बचाया और कोर्ट रूम ले गई। इसके बाद से मुस्कान का डर और बढ़ गया है।

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