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आखिर क्यों पतियों को छोड़कर प्रेमियों के साथ भागी 11 महिलाएं, जानें क्या हैं पूरा मामला ?

भारत में चाय का महत्व किसी परिचय का मोहताज नहीं। हमारी सुबह की शुरुआत चाय की चुस्कियों के बिना अधूरी सी लगती है। चाहे घर में मेहमानों का स्वागत हो या पड़ोसियों के साथ गपशप, चाय के बिना माहौल फीका-सा लगता है। इतना ही नहीं, चाय ने राजनीति में भी अपनी खास जगह बनाई है। चुनावी रैलियों में चायवाले की भूमिका भी कमाल की होती है, जो कभी-कभी प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाने में भी सहायक बनती है।  लोग अपनी पसंद और स्वाद के अनुसार चाय चुनते हैं। कुछ लोग ब्लैक टी को तरजीह देते हैं, तो कुछ ग्रीन टी को सेहत के लिहाज से अपनाते हैं। असम की चाय अपनी खुशबू और स्वाद के लिए मशहूर है, वहीं इंदौर की नमक वाली चाय भी खास पहचान रखती है। लेकिन आज हम बात करेंगे एक ऐसी चाय की, जिसकी कीमत सुनकर आप दंग रह जाएंगे। यह चाय प्रति किलो लगभग 24,501 रुपये की बिकती है, जोकि आम बाजार की चाय से कहीं ज्यादा है।  यह चाय कहाँ मिलती है और क्यों खास है? यह अनोखी चाय अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले के जंगलों में पाई जाती है। इसकी खासियत इसका रंग है, जो बैंगनी रंग जैसा होता है। इसे "बैंगनी चाय" के नाम से जाना जाता है। इसके इतिहास की पड़ताल एक रिसर्च संस्थान ने की तो पता चला कि यह चाय सबसे पहले केन्या के जंगलों में उगती थी, बाद में यह असम पहुंची और फिर अरुणाचल प्रदेश के घने जंगलों में भी फैल गई।  बैंगनी चाय अपनी रिच क्वालिटी के लिए मशहूर है। इसमें ऐसे एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो कैंसर और हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं। वैज्ञानिकों ने इस चाय में पाए जाने वाले फ्लैवोनोइड्स को लेकर कई शोध किए हैं, जिनसे पता चला है कि यह चाय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है।  क्यों इतनी महंगी है यह चाय? बैंगनी चाय जंगलों में प्राकृतिक रूप से उगती है, इसे घर पर उगाना संभव नहीं है। इस चाय को जंगल से सावधानीपूर्वक तोड़ा जाता है, जिससे इसकी गुणवत्ता और भी बढ़ जाती है। इसके पौधों की संख्या सीमित होने के कारण यह चाय बाजार में कम मात्रा में उपलब्ध होती है, जिससे इसकी कीमत आसमान छूती है।  पहले इस चाय की कीमत लगभग 15,000 रुपये प्रति किलो थी, लेकिन जैसे-जैसे इसकी मांग बढ़ी, इसकी कीमत 24,501 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई। यह चाय खासतौर पर सेहत के प्रति जागरूक लोगों और चाय प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हो रही है।  बैंगनी चाय के फायदे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर: बैंगनी चाय में प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है।  हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: यह चाय दिल को मजबूत बनाती है और हार्ट अटैक के खतरे को कम करती है।  कैंसर से बचाव: बैंगनी चाय में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक होते हैं।  वज़न नियंत्रण में मददगार: यह चाय मेटाबोलिज्म को बढ़ाकर वजन कम करने में भी मदद करती है।  डायबिटीज़ नियंत्रण: रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित रखने में भी बैंगनी चाय कारगर मानी जाती है।  कैसे पीते हैं बैंगनी चाय? बैंगनी चाय को आमतौर पर ब्लैक टी की तरह ही बनाया जाता है। इसे उबलते पानी में कुछ मिनट तक डालकर तैयार किया जाता है। इसके हल्के फल जैसे स्वाद और खूबसूरत बैंगनी रंग की वजह से यह देखने में भी आकर्षक लगती है। इसे दूध या शक्कर के बिना पीना अधिक लाभकारी माना जाता है।  निष्कर्ष चाय हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत का एक अहम हिस्सा है और हर किस्म की चाय का अपना एक अलग महत्व होता है। बैंगनी चाय, जो कि अरुणाचल प्रदेश के जंगलों से आती है, अपनी सेहत लाभकारी गुणों और अनोखे रंग के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसकी महंगी कीमत इस बात का संकेत है कि आज लोग केवल स्वाद ही नहीं बल्कि सेहत के प्रति भी जागरूक हो रहे हैं।  यदि आप एक असाधारण चाय का अनुभव करना चाहते हैं, तो बैंगनी चाय आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। हालांकि, इसकी कीमत देखकर आपको चौंकना पड़ सकता है, लेकिन स्वास्थ्य और स्वाद दोनों के लिहाज से यह चाय निवेश करने लायक है। तो अगली बार जब चाय की चुस्की लें, तो एक बार इस खास बैंगनी चाय को भी ट्राय जरूर करें।

क्राइम न्यूज डेस्क !!! आमतौर पर कहा-सुना जाता है कि पत्नियां अपने पति के साथ सात फेरे लेते समय दुनिया भर का सुख-दुख बांटने की कसम खाती हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के महराजगंज में जो हुआ वो कभी किसी ने सुना या देखा नहीं. यहां एक साथ 11 महिलाएं अपने पतियों को छोड़कर अपने प्रेमियों के साथ फरार हो गईं और वह भी तब जब उनके पास प्रधानमंत्री आवास योजना का पैसा पहुंच गया। इस चौंकाने वाले मामले के खुलासे के बाद अब पुलिस न सिर्फ घर से भागी महिलाओं की तलाश कर रही है बल्कि पीएम आवास योजना की किस्त भी वसूलने में जुट गई है.

नौ गांवों से 11 महिलाएं भाग गईं

ये सनसनीखेज खबर महराजगंज जिले के निचलौल ब्लॉक के नौ गांवों से सामने आई है. इन नौ गांवों से 11 महिलाओं के अपने प्रेमियों के साथ फरार होने की खबर के बाद से हड़कंप मच गया है. दिलचस्प बात यह है कि जिन पतियों की पत्नियां उन्हें छोड़कर फरार हो गई हैं, उन सभी ने अब पुलिस से गुहार लगाई है कि न केवल उनकी पत्नियों की तलाश की जाए बल्कि पीएम आवास की दूसरी किस्त भी तत्काल प्रभाव से रोकने की व्यवस्था की जाए।

परिजनों को रिकवरी नोटिस मिलने का डर

इस संबंध में कुछ लोग सामने आकर अपनी आप बीती भी बता रहे हैं तो कुछ लोग शर्म के डर से अपनी बातें छुपा रहे हैं. परिजनों ने बताया कि पीएम आवास का पैसा आते ही उनकी बहू फरार हो गयी. इस चौंकाने वाले मामले के बाद इलाके के डीएम अनुनय झा ने कहा है कि यह मामला अभी हमारे संज्ञान में आया है. इस घटना के खुलासे के बाद अब उन परिवारों के सामने समस्या खड़ी हो गई है कि वे ऐसी स्थिति का सामना कैसे करें क्योंकि अब परिवार वालों को विभाग से रिकवरी नोटिस मिलने का डर सताने लगा है.

11 महिलाओं को पीएम आवास का पैसा मिला

लोगों को समझ नहीं आ रहा कि अब क्या करें. बताया जा रहा है कि प्रशासन अब अपनी कार्रवाई करने की तैयारी में है. क्योंकि 11 महिलाओं के खाते में प्रधानमंत्री आवास की पहली किस्त आई लेकिन सभी ने इसका दुरुपयोग किया। लाभुकों ने उस राशि का उपयोग आवास बनाने में नहीं किया. इसलिए अब उस ब्लॉक के विकास अधिकारी को ये निर्देश दिए जा रहे हैं कि वे लाभार्थियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें और पैसे की रिकवरी भी करें.

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