पहाड़ों की सैर फिर खूनी खेल…25 साल से फरार सीरियल किलर गिरफ्तार, कैब ड्राइवरों को मारने का था जुनून
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने इंडिया गेट से एक सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सीरियल किलर अपने साथियों के साथ मिलकर कैब चालक की हत्या कर उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए पहाड़ी से खाई में फेंक देता था। गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। कैब चालक हत्याकांड में दो हत्यारे जेल की सजा काट रहे हैं। वहीं, एक अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस टीमें लगी हुई हैं। आरके पुरम थाने की क्राइम ब्रांच टीम ने एक ऐसे सीरियल किलर गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है, जो कैब चालकों की हत्या कर उनकी कारें नेपाल में बेच देता था।
सीरियल किलर और उसके तीन साथी पहले किराए पर कैब बुक करते और फिर उत्तराखंड की पहाड़ियों में कैब चालक को बेहोश कर गला घोंटकर हत्या कर देते। हत्या के बाद चालक के शव को ठिकाने लगाने के लिए अल्मोड़ा, हल्द्वानी और उधमसिंह नगर की पहाड़ियों से खाई में फेंक देते थे। हत्या कर कैब नेपाल में बेच देते थे इसके बाद चारों हत्यारे कैब को नेपाल में बेच देते और पैसे आपस में बांट लेते थे। पकड़े गए सीरियल किलर गैंग के मास्टरमाइंड की पहचान अजय लांबा के रूप में हुई है। वहीं, इस मामले में अजय के दो साथी धीरेंद्र और दिलीप पांडे पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, जो फिलहाल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। गैंग का एक सदस्य धीरज अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं।
मास्टरमाइंड इंडिया गेट से गिरफ्तारी
मामले में अब तक चार कैब ड्राइवरों की हत्या का खुलासा हो चुका है। पुलिस को शक है कि इस गैंग ने दर्जनों लापता कैब ड्राइवरों की हत्या को भी अंजाम दिया है। यह गैंग साल 2001 में काफी सक्रिय था। आरोपी अजय को पुलिस ने दिल्ली के इंडिया गेट से गिरफ्तार किया है। अजय पुलिस से बचने के लिए 10 साल से नेपाल में छिपा हुआ था, जहां उसने नेपाल की ही एक लड़की से शादी कर ली। अजय लांबा इससे पहले दिल्ली में ड्रग केस और उड़ीसा में एक बड़ी डकैती के मामले में जेल जा चुका है। पुलिस ने कैब ड्राइवरों की हत्या से जुड़े सवालों को लेकर आरोपी अजय से पूछताछ शुरू कर दी है।

