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रात में लाउडस्पीकर बजाने से किया मना तो गुस्साई भीड़ ने पुलिस अफसर को जमकर पीटा, 30 लोगों पर केस दर्ज 

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दिल्ली के संगम विहार इलाके में 4 जून की रात एक धार्मिक सभा के दौरान लाउडस्पीकर बजाने को लेकर हुई बहस हिंसक रूप ले गई। इस घटना में सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) पर भीड़ ने हमला कर उनकी कलाई में फ्रैक्चर कर दिया और पुलिस वर्दी फाड़ दी। घायल अधिकारी को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी गंभीर चोटों की पुष्टि हुई है। पुलिस ने इस हमले के आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

घटना की पूरी कहानी

4 जून की रात करीब 11:30 बजे संगम विहार के गली नंबर 1, चार चौक के पास एक धार्मिक सभा में देर रात लाउडस्पीकर बजाने की शिकायत पुलिस को मिली। सहायक उपनिरीक्षक आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात थे और मौके पर पहुंचकर उन्होंने आयोजकों को बताया कि लाउडस्पीकर बजाने का निर्धारित समय रात 10 बजे तक था, अतः इसे बंद कर दिया जाना चाहिए। लेकिन आयोजकों ने इस अनुरोध को ठुकरा दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस शुरू हुई जो जल्द ही हिंसक झगड़े में तब्दील हो गई। करीब 20-25 लोग एएसआई पर टूट पड़े और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान एक भारी एम्पलीफायर उनके हाथ पर लगा जिससे उनकी कलाई टूट गई। हमलावरों ने उनकी पुलिस वर्दी भी फाड़ दी और घटनास्थल से फरार हो गए।

घायल पुलिस अधिकारी का अस्पताल में इलाज

घटना के तुरंत बाद घायल एएसआई को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां मेडिकल जांच में उनकी कलाई में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद पुलिस ने गंभीरता से मामले को लिया और हमले के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज, आसपास के मोबाइल वीडियो और स्थानीय लोगों के बयान लेकर हमलावरों की पहचान करने में जुट गई है। जांच टीम गठित कर दी गई है और पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि अपराधियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस प्रवक्ता ने कहा, "पुलिस कर्मचारियों पर हमला अस्वीकार्य है। हम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और जो भी इसका उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।"

दिल्ली में पुलिसकर्मियों पर हमलों की बढ़ती घटनाएं

यह कोई पहली बार नहीं है जब दिल्ली में पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ हो। अप्रैल में आदर्श नगर इलाके में एक पुलिसकर्मी पर चाकू से हमला हुआ था, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई थी। पुलिस ने उस मामले में भी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पूरी ताकत लगा रखी है।

पुलिसकर्मियों पर हमले बढ़ते जा रहे हैं, जिससे कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं और पुलिस विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर चिंता बढ़ी है।

पुलिस वर्दी का अपमान और कानून व्यवस्था पर असर

पुलिस वर्दी फाड़ने और अधिकारी के साथ इस कद्र बर्बरता का होना न केवल पुलिस के मनोबल को तोड़ता है, बल्कि यह पूरे समाज में कानून व्यवस्था की स्थिति को भी चुनौती देता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की हिंसक घटनाएं पुलिस और जनता के बीच विश्वास को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए प्रशासन को इस दिशा में प्रभावी कदम उठाकर पुलिसकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी और हिंसा को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ानी होगी।

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