महाकुंभ में नहाती, कपड़े बदलती लड़कियों के फोटो-वीडियो बेचने वाली गैंग पर बड़ा खुलासा, मामले में आया अब तक का सबसे बड़ा ट्विस्ट

महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन के दौरान महिलाओं की निजता का हनन कर उनके नहाने और कपड़े बदलने का वीडियो गुप्त रूप से रिकॉर्ड कर उसे ऑनलाइन बेचने की खबर ने हलचल मचा दी है। इस मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने स्पष्ट किया है कि जो भी इस तरह की हरकतें कर रहा है, उसकी पहचान कर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। कुछ सोशल मीडिया और टेलीग्राम ग्रुपों पर दावा किया जा रहा था कि गंगा स्नान के दौरान महिलाओं के वीडियो और तस्वीरें रिकॉर्ड करके बेची जा रही हैं। इंडिया टुडे की जांच में पता चला है कि कुछ लोग महिलाओं के नहाते और कपड़े बदलते समय चुपके से वीडियो रिकॉर्ड कर रहे हैं और उन्हें सोशल मीडिया और टेलीग्राम पर शेयर कर रहे हैं.
डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने कहा, "ऐसे सोशल मीडिया प्रोफाइल/टेलीग्राम ग्रुपों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है।" डीआईजी के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि पुलिस अब पूरी ताकत से इन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
इस मामले में यह बात भी सामने आई कि महाकुंभ 2025 से जुड़ी कई तस्वीरें और वीडियो फर्जी थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई वीडियो पुराने थे और प्रयागराज के महाकुंभ से संबंधित नहीं थे, लेकिन उन्हें जानबूझकर महाकुंभ 2025 से जोड़कर फैलाया गया।
इस मामले में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार महाकुंभ में महिलाओं के सम्मान की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही है। अब पुलिस इन टेलीग्राम ग्रुपों और सोशल मीडिया अकाउंटों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उम्मीद है कि महाकुंभ जैसे धार्मिक आस्था के पर्व को अश्लीलता और निजता के हनन का अड्डा बनाने वालों के खिलाफ प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से जल्द ही ऐसे मामलों पर पूरी तरह अंकुश लग सकेगा।