Samachar Nama
×

सड़क किनारे रो रही थी 3 दिन की अनाथ बच्ची, महिला ने गोद लेकर नाजों से पाला… 13 साल बाद उसी बेटी ने मां को मार डाला

dafds

ओडिशा के गजपति जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने 13 साल पहले नवजात अवस्था में गोद ली गई बच्ची को अपना प्यार दिया, लेकिन वही बच्ची बड़ी होकर उसकी जान ले बैठी। यह मामला परलाखेमुंडी शहर का है, जहां 13 साल की किशोरी ने दो पुरुषों के साथ मिलकर अपनी दत्तक मां की हत्या कर दी।

सड़क किनारे मिली थी बच्ची, दंपति ने गोद लिया था

करीब 14 साल पहले भुवनेश्वर में रहने वाले राजलक्ष्मी और उनके पति एक दिन सड़क किनारे तीन दिन की एक नवजात बच्ची को रोता हुआ पाया। उस वक्त दंपति निःसंतान थे, तो उन्होंने बच्ची को गोद ले लिया और अपनी संतान की तरह प्यार से पाला। एक साल बाद राजलक्ष्मी के पति की मृत्यु हो गई, जिसके बाद राजलक्ष्मी अकेले ही उस बच्ची का पालन-पोषण करने लगीं। उन्होंने बेटी का दाखिला केंद्रीय विद्यालय में कराया और परलाखेमुंडी में एक किराए का घर लिया।

मां-बेटी के बीच खटास की वजह बनी किशोरी के अफेयर

जब लड़की बड़ी हुई तो उसने दो युवकों—मंदिर के पुजारी गणेश रथ (21) और दिनेश साहू (20)—के साथ संबंध बना लिए। राजलक्ष्मी ने इस रिश्ते पर विरोध जताया, जिससे मां-बेटी के बीच तनाव बढ़ गया। पुलिस के मुताबिक, रथ ने लड़की को मां की हत्या के लिए उकसाया ताकि वे बिना किसी बाधा के अपने रिश्ते को जारी रख सकें और लड़की संपत्ति भी हासिल कर सके।

नींद की गोलियां खिलाकर मां को मार डाला

29 अप्रैल की रात किशोरी ने मां को धोखे से नींद की गोलियां दीं, जिससे वह बेहोश हो गईं। इसके बाद दो युवकों को बुलाकर उन्होंने मिलकर तकिए से राजलक्ष्मी का गला घोंट दिया। हत्या के बाद किशोरी ने राजलक्ष्मी को अस्पताल ले जाकर दावा किया कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। क्योंकि राजलक्ष्मी को पहले से दिल की बीमारी थी, परिवार और अस्पताल वालों ने इस बात को स्वीकार कर लिया।

मोबाइल चैट से खुला हत्या का राज़

मामला दो हफ्ते तक छुपा रहा, लेकिन राजलक्ष्मी के भाई सिबा प्रसाद मिश्रा को लड़की का मोबाइल फोन मिला, जिसमें इंस्टाग्राम चैट में हत्या की योजना और गहनों की चोरी का खुलासा हुआ। इसके बाद उन्होंने 14 मई को परलाखेमुंडी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने किशोरी और दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।

गहने गिरवी रखकर उगाही की साजिश

पुलिस ने बताया कि किशोरी ने राजलक्ष्मी के सोने के कुछ गहने मंदिर के पुजारी रथ को सौंप दिए थे, जिन्हें बाद में लगभग 2.4 लाख रुपये में गिरवी रखा गया। आरोपियों से करीब 30 ग्राम सोने के गहने, तीन मोबाइल फोन और हत्या में इस्तेमाल दो तकिए बरामद किए गए हैं।

पुलिस जांच जारी

गजपति पुलिस अधीक्षक जतिंद्र कुमार पांडा ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों को कानून के कठोरतम तहत सजा दिलाई जाएगी। किशोरी ने मां को अपना प्यार तो दिया था, लेकिन अंततः अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर उसने उस प्यार को धोखा देकर अपनी मां की हत्या कर दी।

यह घटना परिवारिक रिश्तों की नाजुकता और बदलते सामाजिक मूल्यों पर गहरा सवाल उठाती है, जहां नशे, अफेयर और संपत्ति के लालच में इंसानियत भी कहीं खो जाती है।

Share this story

Tags