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ब्लैकमेलर के एक लिंक से लुट गईं 70 जिंदगियां, जानें क्या है पूरा मामला ?

भारत में चाय का महत्व किसी परिचय का मोहताज नहीं। हमारी सुबह की शुरुआत चाय की चुस्कियों के बिना अधूरी सी लगती है। चाहे घर में मेहमानों का स्वागत हो या पड़ोसियों के साथ गपशप, चाय के बिना माहौल फीका-सा लगता है। इतना ही नहीं, चाय ने राजनीति में भी अपनी खास जगह बनाई है। चुनावी रैलियों में चायवाले की भूमिका भी कमाल की होती है, जो कभी-कभी प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाने में भी सहायक बनती है।  लोग अपनी पसंद और स्वाद के अनुसार चाय चुनते हैं। कुछ लोग ब्लैक टी को तरजीह देते हैं, तो कुछ ग्रीन टी को सेहत के लिहाज से अपनाते हैं। असम की चाय अपनी खुशबू और स्वाद के लिए मशहूर है, वहीं इंदौर की नमक वाली चाय भी खास पहचान रखती है। लेकिन आज हम बात करेंगे एक ऐसी चाय की, जिसकी कीमत सुनकर आप दंग रह जाएंगे। यह चाय प्रति किलो लगभग 24,501 रुपये की बिकती है, जोकि आम बाजार की चाय से कहीं ज्यादा है।  यह चाय कहाँ मिलती है और क्यों खास है? यह अनोखी चाय अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले के जंगलों में पाई जाती है। इसकी खासियत इसका रंग है, जो बैंगनी रंग जैसा होता है। इसे "बैंगनी चाय" के नाम से जाना जाता है। इसके इतिहास की पड़ताल एक रिसर्च संस्थान ने की तो पता चला कि यह चाय सबसे पहले केन्या के जंगलों में उगती थी, बाद में यह असम पहुंची और फिर अरुणाचल प्रदेश के घने जंगलों में भी फैल गई।  बैंगनी चाय अपनी रिच क्वालिटी के लिए मशहूर है। इसमें ऐसे एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो कैंसर और हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं। वैज्ञानिकों ने इस चाय में पाए जाने वाले फ्लैवोनोइड्स को लेकर कई शोध किए हैं, जिनसे पता चला है कि यह चाय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है।  क्यों इतनी महंगी है यह चाय? बैंगनी चाय जंगलों में प्राकृतिक रूप से उगती है, इसे घर पर उगाना संभव नहीं है। इस चाय को जंगल से सावधानीपूर्वक तोड़ा जाता है, जिससे इसकी गुणवत्ता और भी बढ़ जाती है। इसके पौधों की संख्या सीमित होने के कारण यह चाय बाजार में कम मात्रा में उपलब्ध होती है, जिससे इसकी कीमत आसमान छूती है।  पहले इस चाय की कीमत लगभग 15,000 रुपये प्रति किलो थी, लेकिन जैसे-जैसे इसकी मांग बढ़ी, इसकी कीमत 24,501 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई। यह चाय खासतौर पर सेहत के प्रति जागरूक लोगों और चाय प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हो रही है।  बैंगनी चाय के फायदे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर: बैंगनी चाय में प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है।  हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: यह चाय दिल को मजबूत बनाती है और हार्ट अटैक के खतरे को कम करती है।  कैंसर से बचाव: बैंगनी चाय में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक होते हैं।  वज़न नियंत्रण में मददगार: यह चाय मेटाबोलिज्म को बढ़ाकर वजन कम करने में भी मदद करती है।  डायबिटीज़ नियंत्रण: रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित रखने में भी बैंगनी चाय कारगर मानी जाती है।  कैसे पीते हैं बैंगनी चाय? बैंगनी चाय को आमतौर पर ब्लैक टी की तरह ही बनाया जाता है। इसे उबलते पानी में कुछ मिनट तक डालकर तैयार किया जाता है। इसके हल्के फल जैसे स्वाद और खूबसूरत बैंगनी रंग की वजह से यह देखने में भी आकर्षक लगती है। इसे दूध या शक्कर के बिना पीना अधिक लाभकारी माना जाता है।  निष्कर्ष चाय हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत का एक अहम हिस्सा है और हर किस्म की चाय का अपना एक अलग महत्व होता है। बैंगनी चाय, जो कि अरुणाचल प्रदेश के जंगलों से आती है, अपनी सेहत लाभकारी गुणों और अनोखे रंग के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसकी महंगी कीमत इस बात का संकेत है कि आज लोग केवल स्वाद ही नहीं बल्कि सेहत के प्रति भी जागरूक हो रहे हैं।  यदि आप एक असाधारण चाय का अनुभव करना चाहते हैं, तो बैंगनी चाय आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। हालांकि, इसकी कीमत देखकर आपको चौंकना पड़ सकता है, लेकिन स्वास्थ्य और स्वाद दोनों के लिहाज से यह चाय निवेश करने लायक है। तो अगली बार जब चाय की चुस्की लें, तो एक बार इस खास बैंगनी चाय को भी ट्राय जरूर करें।

क्राइम न्यूज डेस्क !!! जबलपुर के एक सरकारी गर्ल्स कॉलेज (गर्ल्स कॉलेज) में छात्राओं के मोबाइल फोन पर एक के बाद एक कई अश्लील वीडियो भेजे जाने से हड़कंप मच गया है। हैरानी की बात ये है कि ये अश्लील वीडियो एक-दो नहीं बल्कि दर्जनों लड़कियों के मोबाइल फोन पर भेजे गए थे. खास बात यह है कि सबसे पहले इस तरह का लिंक छात्रों के मोबाइल पर भेजा गया। जब लड़कियां इस पर क्लिक करतीं तो अचानक उनके मोबाइल पर एक पॉर्न वीडियो खुल जाता और लिंक के जरिए वीडियो भेजने वाला शख्स उनके मोबाइल का स्क्रीन शॉट भी ले लेता। बस इसके बाद शुरू हो जाता था इन लड़कियों को ब्लैकमेल करने का सिलसिला. लिंक भेजने वाला इन लड़कियों को कॉल करके वही स्क्रीन शॉट भेजता था, फिर उसे वायरल कर उनके परिवार वालों को भेज देता था और उन्हें अपमानित करने की धमकी देता था.

अश्लील वीडियो के स्क्रीन शॉट भेजता था

पुलिस के मुताबिक यह सिलसिला पिछले एक हफ्ते से चल रहा है. और अब तक इस कॉलेज में पढ़ने वाली करीब 70 छात्राओं को इसी तरह अश्लील वीडियो और फोटो भेजकर ब्लैकमेल किया जा चुका है. इतना बड़ा मामला सामने आने के बाद कॉलेज प्रशासन ने इसकी शिकायत मध्य प्रदेश पुलिस की साइबर सेल से की. जांच शुरू हुई तो टैक्स मामले की परतें एक-एक कर खुलने लगीं. यह बात भी सामने आई कि अब तक ब्लैकमेलिंग की शिकार कई छात्राएं ब्लैकमेलर को पैसे भी दे चुकी हैं. पुलिस का कहना है कि कम से कम दो छात्राओं ने ब्लैकमेलर को पैसे देने की बात कबूल की है। पुलिस का अनुमान है कि ब्लैकमेल की शिकार ज्यादातर छात्राएं बीए प्रथम वर्ष से लेकर अंतिम वर्ष की छात्राएं हैं। जांच के दौरान फोन नंबरों की जांच से इस ब्लैकमेलर की तस्वीर भी सामने आई है. हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं की है।

पुलिस पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि लिंक भेजने और उनके मोबाइल फोन के स्क्रीनशॉट लेने के बाद ब्लैकमेलर लड़कियों को फोन करता था और उनसे कहता था- ''अगर तुम ऐसी चीजें देखोगी तो मैं तुम्हारे माता-पिता से शिकायत करूंगा. तुम चाहो तो.'' भाग जाओ, तुम्हें भुगतान करना होगा।" जबलपुर थाना मदन महल के जांच अधिकारी केसरीनंदन राय ने बताया कि पुलिस के अलावा साइबर सेल भी पूरे मामले की गहराई से जांच में जुट गई है.

एबीवीपी ने विरोध जताया

इस बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी छात्राओं ने राजकीय मानक कन्या महाविद्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और कॉलेज प्रशासन से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की.

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