13 महीने में 3 राज्यों में की 3 शादियां, 30 लाख से ज्यादा की ठगी, ऐसे हुआ दो बच्चों की मां लुटेरी दुल्हन का पर्दाफाश
क्राइम न्यूज डेस्क !!! राजस्थान में लुटेरी दुल्हनों के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और ताजा मामला बूंदी जिले से सामने आया है. यहां पुलिस ने एक ऐसी लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार किया है, जो शादी के बाद अपने पति के घर से सोने-चांदी के आभूषण लेकर फरार हो गई. पुलिस ने घटना में शामिल दुल्हन के साथ-साथ उसके गिरोह के दो दलालों को भी हिरासत में लिया है. यह गिरोह पहले भी कई लोगों को ठग चुका है और इस बार इन्होंने बूंदी के एक शख्स को निशाना बनाया.
कपटपूर्ण विवाह और जालसाजी
पकड़ी गई दुल्हन रितु वर्मा मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली है। पिछले साल 14 फरवरी को उनकी शादी बूंदी के खटियाड़ी निवासी महावीर शर्मा से हुई थी. इस शादी के पीछे दलाल सपना चावरे और लाखन थे, जिन्होंने महावीर को 2,20,000 रुपये में शादी का झांसा दिया. शादी के बाद महावीर को विश्वास था कि अब उनका घर-परिवार खुशहाल रहेगा, लेकिन उनकी ये खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं रह सकी.
सपने हुए बिखर गए: पांचवें दिन दुल्हन हुई फरार!
शादी के बाद महावीर शर्मा बहुत खुश थे, लेकिन शादी के पांचवें दिन ही उनकी खुशियां काफूर हो गईं. इस दिन रितु वर्मा ने घर में रखे सोने-चांदी के गहने समेटे और चुपचाप अपने ससुराल से भाग निकली. जब महावीर को धोखे का एहसास हुआ तो वह तुरंत थाने पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने मामला दर्ज कर दुल्हन और उसके साथी दलालों की तलाश शुरू कर दी है.
लुटेरी दुल्हनों का गैंग और उनकी चालाकी
राजस्थान में ऐसी घटनाएं नई नहीं हैं. लुटेरी दुल्हनों का एक पूरा गिरोह बुजुर्ग कुंवारे लोगों की तलाश में लगा रहता है। ये लोग पहले शादी का झांसा देकर उनसे मोटी रकम वसूलते हैं और फिर शादी के कुछ दिन बाद ही घर से गहने और अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो जाते हैं। ऐसे मामलों में महिलाओं के साथ-साथ कुछ दलाल भी शामिल होते हैं, जो धोखाधड़ी की पूरी योजना को अंजाम देते हैं।
पुलिस की सफलता एवं अपराधियों की गिरफ्तारी
बूंदी पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता है कि उसने इस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. रायथल थाना अधिकारी सुरजीत सिंह के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में लुटेरी दुल्हन रितु वर्मा सहित दो दलाल सपना चावरे और लाखन को भी हिरासत में लिया गया. पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है, ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनकी गतिविधियों का भी पता लगाया जा सके.