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Rahat Indori Shayari: शायरी के बेताज बादशाह राहत इंदौरी की वो शायरियां जो आज भी हैं जिन्दा 

राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से

राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से...

राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से राहत इंदौरी उर्दू के बहुत मशहूर शायरों में शुमार होते हैं. उनका बचपन का नाम राहत कुरैशी था. उनकी पैदाईश 1 जनवरी 1950 को हुई थी. राहत इंदौरी ने बॉलीवुड को बेहतरीन गाने दिए. उन्होंने 'कोई जाए तो ले आए', 'नींद चुराई मेरी', 'बुमरो' और 'तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम' जैसे गाने लिखे. राहत इंदौरी को मध्य प्रदेश की भोज यूनिवर्सिटी ने 1985 में पीएचडी डिग्री से नवाजा, तो चलिए मिलें इनकी कुछ सबसे मशहूर शायरियों से

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