Parveen Shakir Shayari: मशहूर शायर परवीन शाकिर के लिखे कुछ सबसे बेहतरीन शेर
परवीर शाकिर का पहला गज़ल संग्रह 'खुशबू' था. उनका पहला संग्रह जब प्रकाशित हुआ परवीन 26 वर्ष की थीं.
परवीन शाकिर के पहले गज़ल संग्रह 'खुशबू' ने कामयाबी के झंडे बुलंद कर दिए. पाकिस्तान से बाहर भी इस 'खुशबू' की खूब तारीफ हुई.
तालीम हासिल करने के बाद परवीन शाकिर ने कुछ दिन एक कॉलेज में पढ़ाया. लेकिन जल्द ही परवीन शाकिर का चयन पाकिस्तान की सरकार की सिविल सेवा में हो गया.
परवीन शाकिर के बारे में कहा जाता है, कि जब उन्होंने 1982 में सेंट्रल सुपीरयर सर्विस की परीक्षा दी तो उस परीक्षा में उन्हीं पर एक सवाल पूछा गया था. जिसे देखकर वह बहुत खुश हुईं.
परवीन शाकिर उर्दू शायरी में एक युग का प्रतिनिधित्व करती हैं. उनकी शायरी का केन्द्रबिंदु स्त्री रहा है.
परवीन शाकिर उन शायरों में से हैं जिनके शेरों में लोकगीत की सादगी और लय है, संगीत की नफासत भी और नजाकत भी.








