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Iftikhar Arif Shayari: उर्दू शायरी के सबसे चुनिंदा शायरों में शामिल इफ़्तिख़ार आरिफ़ के कुछ सबसे चुनिंदा शेर

ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है, ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है

इफ़्तिख़ार हुसैन आरिफ़ का जन्म 21 मार्च 1940 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था, तो आईये आज पढ़ें इफ़्तिख़ार आरिफ़ की चुनिंदा शायरियां...

इफ़्तिख़ार हुसैन आरिफ़ का जन्म 21 मार्च 1940 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था, तो आईये आज पढ़ें इफ़्तिख़ार आरिफ़ की चुनिंदा शायरियां

ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है, ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है

इफ़्तिख़ार हुसैन आरिफ़ का जन्म 21 मार्च 1940 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था, तो आईये आज पढ़ें इफ़्तिख़ार आरिफ़ की चुनिंदा शायरियां

तुम से बिछड़ कर ज़िंदा हैं, जान बहुत शर्मिंदा हैं

इफ़्तिख़ार हुसैन आरिफ़ का जन्म 21 मार्च 1940 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था, तो आईये आज पढ़ें इफ़्तिख़ार आरिफ़ की चुनिंदा शायरियां

ख़ुद को बिखरते देखते हैं कुछ कर नहीं पाते हैं,फिर भी लोग ख़ुदाओं जैसी बातें करते हैं

इफ़्तिख़ार हुसैन आरिफ़ का जन्म 21 मार्च 1940 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था, तो आईये आज पढ़ें इफ़्तिख़ार आरिफ़ की चुनिंदा शायरियां

दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है, आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है

इफ़्तिख़ार हुसैन आरिफ़ का जन्म 21 मार्च 1940 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था, तो आईये आज पढ़ें इफ़्तिख़ार आरिफ़ की चुनिंदा शायरियां

ज़माना हो गया ख़ुद से मुझे लड़ते-झगड़ते,मैं अपने आप से अब सुल्ह करना चाहता हूँ 

इफ़्तिख़ार हुसैन आरिफ़ का जन्म 21 मार्च 1940 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था, तो आईये आज पढ़ें इफ़्तिख़ार आरिफ़ की चुनिंदा शायरियां

वफ़ा की ख़ैर मनाता हूँ बेवफ़ाई में भी,मैं उस की क़ैद में हूँ क़ैद से रिहाई में भी

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