Akbar Allahabadi Shayari: मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी की लिखी सबसे फेमस क्लासिक शायरी
Mon, 2 Oct 2023
उर्दू जैसी शाइस्ता (मीठी) जुबान में जब वो अपने खास इलाहाबादी अंदाज में किसी पर तीखा तंज भी कसते थे तो सुनने वाला अपने आप ही वाह जनाब कह उठता था और उनकी शायरी का कायल हो जाता था. कुछ ऐसे ही थे ठेठ इलाहाबादी शायर अकबर इलाहाबादी. जिनकी जुबान में उर्दू की मिठास भी थी और इलाहाबाद का खालिस देसी अंदाज भी, तो आईये आज आपको मिलते हैं इनके कुछ मशहूर शेरों से
इन को क्या काम है मुरव्वत से अपनी रुख़ से ये मुँह न मोड़ेंगे, जान शायद फ़रिश्ते छोड़ भी दें डॉक्टर फ़ीस को न छोड़ेंगे.
उन्हें भी जोश-ए-उल्फ़त हो तो लुत्फ़ उट्ठे मोहब्बत का, हमीं दिन-रात अगर तड़पे तो फिर इस में मज़ा क्या है.










