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जगन्नाथ मंदिर में दर्शन के लिए नहीं जाते अविवाहित प्रेमी जोड़े, आज भी रहस्य बनकर रह गई यह प्रचलित कहानी

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जगन्नाथ मंदिर, जो अपनी आध्यात्मिक महत्ता और चमत्कारों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है, यहां दर्शन मात्र से ही अनजाने की गई गलतियां माफ हो जाती हैं, ऐसी धार्मिक मान्यताएं हैं। मंदिर की रसोई भी पूरी दुनिया में अपनी खास पहचान रखती है, जहां कभी अन्न की कमी नहीं होती। लाखों भक्त यहां दर्शन करने आते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मंदिर में अविवाहित प्रेमी जोड़ों को दर्शन करने की इजाजत नहीं है? इस अनोखे प्रतिबंध के पीछे एक रहस्यमय कहानी जुड़ी हुई है, जिसे जानना बेहद दिलचस्प है।

भगवान जगन्नाथ और उनका पूरा परिवार

जगन्नाथ मंदिर में भगवान कृष्ण को जगन्नाथ के रूप में पूजा जाता है। उनके साथ उनकी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र की मूर्तियां भी मंदिर में विराजमान हैं। इसके अलावा, रुकमणी जी की भी एक अलग मूर्ति स्थापित है। इसलिए इसे भगवान श्रीकृष्ण का पूरा परिवार माना जाता है। भक्तों का विश्वास है कि यहां दर्शन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन की सारी परेशानियां दूर होती हैं।

राधा रानी और मंदिर के पुजारी की अनोखी कथा

जगन्नाथ मंदिर से जुड़ी एक प्रचलित धार्मिक कथा है, जिसमें राधा रानी का नाम विशेष रूप से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि राधा रानी ने इस मंदिर के निर्माण के लिए मंदिर बनवाने की इच्छा जताई थी, लेकिन मंदिर के पुजारी ने उन्हें प्रवेश करने से मना कर दिया। जब राधा जी ने कारण पूछा तो पुजारी ने कहा, “आप श्री कृष्ण की प्रेमिका हैं, इसलिए आपको मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती।”

राधा रानी का शाप और प्रेमी जोड़ों के लिए चेतावनी

इस बात से नाराज़ होकर राधा रानी ने जगन्नाथ मंदिर को शाप दे दिया। शाप के अनुसार, यदि कोई अविवाहित प्रेमी जोड़ा मंदिर में दर्शन करेगा तो उनका प्रेम सफल नहीं होगा और वे जीवनभर एक-दूसरे का साथ नहीं निभा पाएंगे। इसके बाद से अविवाहित प्रेमी जोड़ों के लिए यह मंदिर एक तरह से वर्जित स्थान बन गया।

अविवाहित प्रेमी जोड़ों की मंदिर से दूरी

यह कथा धीरे-धीरे जगन्नाथ पुरी के बाहर भी फैल गई और लोगों में विश्वास बढ़ा कि अगर अविवाहित प्रेमी जोड़े मंदिर में दर्शन करेंगे तो उनके प्रेम संबंध पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। इस वजह से कई अविवाहित प्रेमी जोड़े मंदिर दर्शन से बचते हैं, ताकि अपने रिश्ते की सफलता बनी रहे। हालांकि, इस कथित प्रतिबंध की कोई आधिकारिक पुष्टि मंदिर प्रशासन द्वारा कभी नहीं की गई है।

आध्यात्मिक महत्व और भक्तों का विश्वास

जहां एक ओर यह कथा प्रेम संबंधों की रक्षा का एक अनोखा रूप प्रतीत होती है, वहीं दूसरी ओर जगन्नाथ मंदिर को मोक्ष और आशीर्वाद का केंद्र माना जाता है। मंदिर में आने वाले सभी भक्तों को जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। जगन्नाथ मंदिर न केवल अपनी भव्यता और चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसके पीछे छिपी कहानियां भी लोगों के दिलों में जिज्ञासा जगाती हैं। अविवाहित प्रेमी जोड़ों को दर्शन से रोकने वाली यह धार्मिक कथा, मंदिर की रहस्यमयी विरासत का हिस्सा बन चुकी है। भक्त इस मंदिर में आस्था के साथ आते हैं और मानते हैं कि यहां की ऊर्जा उन्हें जीवन की सभी बाधाओं से मुक्त कर सकती है।

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