लव शायरी: इश्क अधूरा रह जाए तो खुद पर नाज करना
जयपुर। जै सा की आप जानते हैं कि हर इंसान को ऐसे साथी की तलाश रहती है जो उसे सच्चा प्यार करे तथा हर परिस्थिती में उसका साथ दे। तथा जो उसके दुख दर्द को समझ सके। तथा जिसके साथ सारी वातें शेयर की जा सके। आज हम आपके लिए इस आर्टिकल में कुछ ऐसी ही लव शायरियां लेकर आए हैं जिन्हें पढ़कर आपको अपने अधुरे इश्क पर भी नाज होगा।
लाख चाहता हूं कि तुझे याद ना करूं,
मगर इरादा अपनी जगह और बेबसी अपनी।
निकाल दिया तुमने अपनी जिंदगी से मुझे भीगे कागज़ की तरह,
ना लिखने के काबिल छोड़ा ना जलने के।
दूर तुम्हें जाना था यह अहसास तो था,
बिछड़ना इस कदर होगा यह खयाल ना था।
मैं चाहूं तो भी शायद ना लिख पाऊं लफ़्ज़ों को,
जिन्हें पढ़कर तू जान पाए कि मुझे तुमसे कितनी मोहब्बत है।
इश्क अधूरा रह जाए तो खुद पर नाज करना,
कहते हैं सच्ची मोहब्बत मुकम्मल नहीं होती।
तलब ऐसी की बसा लूं तुम्हें सांसो में,
और किस्मत ऐसी है कि दीदार के भी मोहताज हैं।