कैसे बनता है आधार कार्ड, कौन नहीं कर सकता अप्लाई? समझिए स्टेप बाई स्टेप प्रोसेस
आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा जारी किया गया एक महत्वपूर्ण पहचान पत्र है, जो व्यक्ति की पहचान को प्रमाणित करता है और इसमें 12 अंकों का एक विशिष्ट नंबर होता है, जिसे आधार नंबर कहा जाता है। इस कार्ड में आपकी बायोमेट्रिक जानकारी (जैसे, फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन) भी दर्ज होती है। UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) इस कार्ड को जारी करता है और इसका उद्देश्य नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और यूनिक पहचान का माध्यम प्रदान करना है।
आधार कार्ड कैसे बनवाएं:
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आधार नामांकन केंद्र पर जाएं: अपने नजदीकी आधार केंद्र का पता UIDAI की वेबसाइट https://uidai.gov.in से प्राप्त कर सकते हैं।
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ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक करें: आप अपने नजदीकी आधार केंद्र पर ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं या सीधे वहां जा सकते हैं।
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आवश्यक दस्तावेज़:
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पहचान प्रमाण (जैसे पासपोर्ट, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस)
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पते का प्रमाण (जैसे बिजली बिल, राशन कार्ड, बैंक स्टेटमेंट)
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जन्म प्रमाण पत्र (जन्म प्रमाण पत्र, 10वीं की मार्कशीट)
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बच्चों के लिए माता-पिता का आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र।
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बायोमेट्रिक डाटा संग्रहण: आधार केंद्र पर आपका फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन लिया जाएगा, और आपकी फोटो ली जाएगी।
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नामांकन पर्ची प्राप्त करें: जानकारी दर्ज होने के बाद आपको एक नामांकन पर्ची दी जाएगी, जिसमें नामांकन नंबर (EID) होगा, जिसका उपयोग आप अपने आधार की स्थिति ट्रैक करने के लिए कर सकते हैं।
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आधार का वितरण: सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपका आधार कार्ड 90 दिनों में आपके पते पर भेज दिया जाएगा।
कौन नहीं कर सकता आधार के लिए आवेदन:
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विदेशी नागरिक: कोई भी विदेशी नागरिक आधार कार्ड के लिए आवेदन नहीं कर सकता।
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अवैध प्रवासी: जिन लोगों ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया है, वे भी आवेदन नहीं कर सकते।
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मृत व्यक्ति: जिनकी मृत्यु हो चुकी है, उनके लिए आधार कार्ड का आवेदन नहीं किया जा सकता।
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गलत जानकारी: यदि कोई व्यक्ति गलत जानकारी देकर आधार कार्ड प्राप्त करने का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह आधार कार्ड भारतीय नागरिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने से लेकर विभिन्न सेवाओं के लिए आवश्यक होता है।