इस कारण होते हैं शरीर पर लाल चिकत्ते, बचने के लिए करें उपाय
जयपुर । कई बार हमारे शरीर पर बहुत ही अजीब से लाल लाल से दाने और चकत्ते हो जाते हैं और उनमें बहुत ज्यादा खुजली भी होती है अगर हम उसपर जरा सा हाथ भी लगा लें तो वह बढ़ जाती है और वह फैल कर भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और जिसकी वजह सबसे ज्यादा इन्फेक्शन होती है या फिर किसी कीड़े के काटने के कारण फैला हुआ जहर ही हो सकता है ।
आज हम बात कर रहे हैं लाल दानों या चकते के बारे में , इस रोग को शीतपित्त या आर्टिकेरिया कहते हैं । इस बीमारी के कई कारण होते हैं और या बीमारी फैलती भी बहुत ज्यादा जल्दी है ऐसा क्यों होता है आइये जानते हैं इस बीमारी से बचने के कुछ उपायों के बारे में बात करने जा रहे हैं ।
पेट की गड़बड़ी तथा रक्त में गर्मी बढ़ जाने से शीतपित्त रोग होता है. सामान्य तौर पर अपच, कब्ज, अजीर्ण, ठंडा-गर्म आदि इसके कारण हो सकते हैं।
शरीर में गर्मी के बढ़ जाने के कारण यह परेशानी हो जाती है । कई बार लाल चिति यदि किसी भोजन के साथ पेट में चली जाये तब भी यह बीमारी हो जाती है ।
लंबे समय तक एलोपैथिक दवाओं का सेवन भी इसका एक कारण बन सकता है।
कई लोगों को नही पता की क्रोध, भय, चिंता, बर्रे या मधुमक्खी के काटने, ,खटमल या किसी कीड़े के काटने से भी शरीर पर चकत्ते पड़ सकते हैं ।

इससे बचने के उपाय :-
इससे बचाव के लिए दो से चार चम्मच एरंड का तेल दूध में मिलाकर पी लें। इससे पेट साफ़ हो जाएगा,इसके बाद पांच ग्राम छोटी इलायची के दानें तथा दस-दस ग्राम दालचीनी व पीपल पीसकर चूर्ण बना लें और आधा-आधा चम्मच रोज़ सुबह मक्खन या शहद के साथ में सेवन करें यह बहुत लाभ देता है ।
गेरू को पूरे सहरीर पर मलने से या पुए या पराठे में मिला कर सेवन करने या मात्र गेरू का सेवन करना भी आपको बहुत जल्द आराम देता है ।
यदि ठंडे दूध का सेवन करें और ऐसे चीज़ें खाएं जो शरीर को ठंडक पहुँचती है तो आपको बहुत जल्द आराम मिलता है ।

