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समय से पहले हो जाएंगे होम लोन की EMI से फ्री! अपना लें ये तरीके

हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना एक घर हो। लेकिन आज की महंगाई और आसमान छूती प्रॉपर्टी कीमतों के कारण आम लोगों के लिए यह सपना पूरा करना आसान नहीं रह गया है। ऐसे में ज़्यादातर लोग होम लोन लेकर घर खरीदते हैं।  हालांकि घर मिल जाता है, लेकिन EMI की शुरुआत के साथ ही एक नई चिंता भी जन्म लेती है। महीने की सैलरी का बड़ा हिस्सा लोन की किश्त में चला जाता है, जिससे बाकी खर्चों का बजट बिगड़ जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इस भारी EMI से जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है? जवाब है – हां, बिल्कुल! बस थोड़ी सी प्लानिंग और अनुशासन की ज़रूरत है।  🏦 50 लाख रुपये के लोन पर कितनी EMI बनती है? मान लीजिए आपने ₹50 लाख का होम लोन 25 साल के लिए 8.5% ब्याज दर पर लिया है, तो आपकी हर महीने की EMI लगभग ₹40,000 बनेगी।  अब इस पूरे टेन्योर में आप करीब ₹70 लाख से भी ज्यादा ब्याज चुकाएंगे, जोकि मूल राशि से भी अधिक है। लेकिन अगर आप थोड़ी स्मार्ट प्लानिंग करें, तो न केवल आप लोन जल्दी चुका सकते हैं, बल्कि काफी ब्याज भी बचा सकते हैं।  🔑 EMI से जल्दी छुटकारा पाने के 3 असरदार तरीके ✅ 1. हर साल दें एक एक्स्ट्रा EMI मान लीजिए आपकी मासिक EMI ₹40,000 है। अगर आप हर साल एक अतिरिक्त EMI यानी ₹40,000 साल में एक बार अलग से भरते हैं, तो आपका लोन टेन्योर लगभग 4-5 साल तक कम हो सकता है।  फायदा क्या है?  ब्याज की रकम कम होगी  मूलधन जल्दी घटेगा  मानसिक शांति और फाइनेंशियल फ्रीडम मिलेगी  👉 यह एक आसान तरीका है क्योंकि आपको सिर्फ साल में एक बार अतिरिक्त भुगतान करना है, जो बोनस या टैक्स रिफंड से भी किया जा सकता है।  ✅ 2. हर साल बढ़ाएं अपनी EMI अगर आपकी सैलरी में हर साल इज़ाफा होता है, तो EMI में भी उसी अनुपात में बढ़ोतरी की जा सकती है।  उदाहरण के तौर पर, अगर आप हर साल अपनी EMI को 7.5% तक बढ़ाते हैं, तो 25 साल का लोन आप केवल 10 से 12 साल में चुका सकते हैं।  कैसे काम करता है ये फॉर्मूला?  EMI बढ़ने से लोन का प्रिंसिपल तेजी से घटता है  ब्याज का भार तेजी से कम होता है  समय से पहले लोन क्लोज़ करने का मौका मिलता है  👉 यह रणनीति उन लोगों के लिए बेहतरीन है जिनकी आय हर साल बढ़ती रहती है।  ✅ 3. बचत और बोनस का इस्तेमाल करें आपके पास जो भी अतिरिक्त फंड्स हैं – जैसे कि:  सालाना बोनस  निवेश पर रिटर्न  टैक्स रिफंड  बचत  इन सबका इस्तेमाल लोन के प्री-पेमेंट के लिए किया जा सकता है। इससे न केवल आपकी EMI का बोझ हल्का होगा बल्कि लोन की अवधि भी घटेगी।  टिप: कोशिश करें कि लोन की शुरुआत के 5-7 साल में ज्यादा से ज्यादा प्री-पेमेंट करें क्योंकि उसी समय ब्याज का हिस्सा ज्यादा होता है।  📌 कुछ जरूरी बातें ध्यान रखें: प्री-पेमेंट पर चार्ज है या नहीं, यह अपने बैंक से जरूर कन्फर्म करें। ज्यादातर बैंक फ्लोटिंग रेट लोन पर कोई प्री-पेमेंट चार्ज नहीं लगाते।  EMI बढ़ाने या अतिरिक्त भुगतान की योजना बनाते समय अपनी मासिक ज़रूरतें और खर्च ध्यान में रखें।

हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना एक घर हो। लेकिन आज की महंगाई और आसमान छूती प्रॉपर्टी कीमतों के कारण आम लोगों के लिए यह सपना पूरा करना आसान नहीं रह गया है। ऐसे में ज़्यादातर लोग होम लोन लेकर घर खरीदते हैं।हालांकि घर मिल जाता है, लेकिन EMI की शुरुआत के साथ ही एक नई चिंता भी जन्म लेती है। महीने की सैलरी का बड़ा हिस्सा लोन की किश्त में चला जाता है, जिससे बाकी खर्चों का बजट बिगड़ जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इस भारी EMI से जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है? जवाब है – हां, बिल्कुल! बस थोड़ी सी प्लानिंग और अनुशासन की ज़रूरत है।

 50 लाख रुपये के लोन पर कितनी EMI बनती है?

मान लीजिए आपने ₹50 लाख का होम लोन 25 साल के लिए 8.5% ब्याज दर पर लिया है, तो आपकी हर महीने की EMI लगभग ₹40,000 बनेगी।

अब इस पूरे टेन्योर में आप करीब ₹70 लाख से भी ज्यादा ब्याज चुकाएंगे, जोकि मूल राशि से भी अधिक है। लेकिन अगर आप थोड़ी स्मार्ट प्लानिंग करें, तो न केवल आप लोन जल्दी चुका सकते हैं, बल्कि काफी ब्याज भी बचा सकते हैं।

 EMI से जल्दी छुटकारा पाने के 3 असरदार तरीके

 1. हर साल दें एक एक्स्ट्रा EMI

मान लीजिए आपकी मासिक EMI ₹40,000 है। अगर आप हर साल एक अतिरिक्त EMI यानी ₹40,000 साल में एक बार अलग से भरते हैं, तो आपका लोन टेन्योर लगभग 4-5 साल तक कम हो सकता है

फायदा क्या है?

  • ब्याज की रकम कम होगी

  • मूलधन जल्दी घटेगा

  • मानसिक शांति और फाइनेंशियल फ्रीडम मिलेगी

 यह एक आसान तरीका है क्योंकि आपको सिर्फ साल में एक बार अतिरिक्त भुगतान करना है, जो बोनस या टैक्स रिफंड से भी किया जा सकता है।

 2. हर साल बढ़ाएं अपनी EMI

गर आपकी सैलरी में हर साल इज़ाफा होता है, तो EMI में भी उसी अनुपात में बढ़ोतरी की जा सकती है।

उदाहरण के तौर पर, अगर आप हर साल अपनी EMI को 7.5% तक बढ़ाते हैं, तो 25 साल का लोन आप केवल 10 से 12 साल में चुका सकते हैं।

कैसे काम करता है ये फॉर्मूला?

  • EMI बढ़ने से लोन का प्रिंसिपल तेजी से घटता है

  • ब्याज का भार तेजी से कम होता है

  • मय से पहले लोन क्लोज़ करने का मौका मिलता है

 यह रणनीति उन लोगों के लिए बेहतरीन है जिनकी आय हर साल बढ़ती रहती है

 3. बचत और बोनस का इस्तेमाल करें

आपके पास जो भी अतिरिक्त फंड्स हैं – जैसे कि:

  • सालाना बोनस

  • निवेश पर रिटर्न

  • टैक्स रिफंड

  • बचत

इन सबका इस्तेमाल लोन के प्री-पेमेंट के लिए किया जा सकता है। इससे न केवल आपकी EMI का बोझ हल्का होगा बल्कि लोन की अवधि भी घटेगी।

टिप: कोशिश करें कि लोन की शुरुआत के 5-7 साल में ज्यादा से ज्यादा प्री-पेमेंट करें क्योंकि उसी समय ब्याज का हिस्सा ज्यादा होता है।

 कुछ जरूरी बातें ध्यान रखें:

  • प्री-पेमेंट पर चार्ज है या नहीं, यह अपने बैंक से जरूर कन्फर्म करें। ज्यादातर बैंक फ्लोटिंग रेट लोन पर कोई प्री-पेमेंट चार्ज नहीं लगाते।

  • EMI बढ़ाने या अतिरिक्त भुगतान की योजना बनाते समय अपनी मासिक ज़रूरतें और खर्च ध्यान में रखें।

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