प्रेग्नेंसी के समय पैरों का इस तरह रख सकते हो ख्याल, जानें पूरी बात
प्रेग्नेंसी के समय अक्सर वजन बढ़ना आम बात है, जिससे पेरों पर काफी फर्क पड़ता है, वजन के कारण पैरों पर भार अधिक पड़ता है, जिससे पैरों में दर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है। अगर इसको आप अनदेखा करते हो तो ज्यादा समस्या उत्पन्न हो सकती है, प्रेग्नेंसी के महीनों बाद ही पैरों में सूजन आने लगती है। यह सूजन सुबह के समय कम होती है और शाम को ज्यादा हो जाती है। अब इसके बारे में पूरी जानकारी आपको विस्तार से देते है।
आपको जानकारी के लिए बता दे कि गर्भावस्था के समय नियमित रूप से टहलना चाहिए, इसके अलावा डाक्टर की सलाह पर हल्का फुल्का व्यायाम भी करना चाहिए। इसके साथ ही दो महीने के अंतराल से वैस्क्युलर सर्जन से पैरो की जांच करवानी चाहिए। अगर आप घर पर काम करती है तो बीच बीच में पैरों को हिलाना चाहिए।
गर्भवती स्त्री को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके पैरों में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न नही होनी चाहिए। इस बात का भी आपको ध्यान होना चाहिए कि पैरों की समस्या के कारण दवाओं का सेवन करना पड़ता है, जो कि गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंचाते है।
अगर पैरों में एक दम से सूजन आने लग जाये तो डाॅक्टर की सलाह लेने चाहिए। बहुत ज्यादा थकान वाले काम करते हो तो काम के बाद पैरों पर ठंडा पानी डालना चाहिए। इसके साथ ही ध्यान देने वाली बात है कि सोते समय समय पैरों के नीचे की तरफ तकिया लगना चाहिए। समय समय पर डाॅक्टर की भी सलाह लेने चाहिए।