घुटने में से आवाज क्यों चटकते हैं घुटने ? जानिए इसका इलाज़
जयपुर । अक्सर जब भी हम चलते तब साथ ही कई बार उठ कर बैठे हैं या ओई भी मुमेंट करते हैं तब घुटनों में से आवाज़ आती है । ऐसा ज़्यादातर उम्र के बढ्ने के साथ 40 की उम्र के बाद होने की परेशानी होती है । पर आज कल यह परेशानी कम उम्र में भी लोगों को हो रही है । आज कल का खानपान और हमारा रहन सहन भी कुछ ऐसा हो गया है जिसके चलते ऐसा होना कोई बड़ी बात नहीं है ।
असल में घुटनों के चटकने की आवाज घुटनों से आने वाली आवाज को मेडिकल भाषा में ‘पॉपिंग, स्नैपिंग, कैचिंग, क्लिकिंग, क्रंचिंग, क्रैकिंग, क्रैकलिंग, क्रीकिंग, ग्राइंडिंग, ग्रैटिंग और क्लंकिंग कहा जाता है। ये सभी टर्म पूरी तरह टेक्निकल हैं और इनका उपयोग आवाज कितनी बार आती है, कितने समय के लिए आती है और कितनी जोर से आती है, इस आधार पर किया जाता है।
घुटनों से आने वाली आवाज में एक बीमारी की बुनियाद होती है और इसे नजरअंदाज करने पर आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए आवाज आने का कारण घुटने की मिनिस्कस या टियर इंज्यूरी हो सकता है। मिनिस्कस अंग्रेजी के सी-आकार की रबर जैसी डिस्क होती है जो घुटनों में कुशन या गद्दी की तरह काम करती है। यह किसी भी तरह के झटके को सहन करने की क्षमता देती है और घुटने से जुड़ी सभी हड्डियों पर वजन का बंटवारा संतुलित ढंग से कर देती है।
घुटने की पॉपिंग से बहुत गंभीर जोखिम तब तक नहीं होता है जब तक दर्द न हो, सूजन न हो और चलना-फिरना बंद करने की नौबत न आ जाए। अगर जोड़ों से आने वाली पॉपिंग के साथ किसी तरह का दर्द होता है, तो डॉक्टर का परामर्श जरूरी है ताकि जोड़ों की सही जांच करवाई जा सके और सही उपचार को चुना जा सके।