
लाइफस्टाइल न्यूज़ डेस्क, ईद-उल-अजहा (बकरा ईद) का त्योहार रमजान महीने के खत्म होने के करीब 65 से 70 दिन बाद मनाया जाता है। ईद-उल-अजहा एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ बलिदान होता है। इस त्यौहार को इसी वजह से बकरा ईद भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन मुस्लिम समाज के लोग अल्लाह को बकरे की कुर्बानी देते हैं। इस दिन दी गई कुर्बानी को इस्लाम धर्म में बलिदान का प्रतीक माना जाता है। इस पवित्र महीने के दौरान दुनिया भर से इस्लाम धर्म के लोग सऊदी अरब के मक्का में इकट्ठा होते हैं। इस त्यौहार का नाम ईद-उल-अज़हा भी कहा जाता है।
इस साल बकरीद 29 जून को मनाई जाएगी. मुस्लिम धर्म में ईद उल अजहा या बकरा ईद का त्योहार बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग नए कपड़े पहनते हैं और ईदगाह या मस्जिद में इकट्ठा होकर नमाज़ पढ़ते हैं। ईद की तैयारियां कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती हैं। तो अगर आपने अभी तक खरीदारी नहीं की है कि इस त्योहार पर क्या पहनें तो क्यों न कुछ ऐसा खरीदें जो आपको स्टाइलिश भी दिखाए और ट्रेंडी भी।
फर्श तक लम्बा गाउन
बकरीद पर सबसे अलग और खूबसूरत दिखने के लिए अदिति राव हैदरी का ये लुक बेस्ट है। ब्लैक कलर के गोटा पट्टी वर्क वाले इस फ्लोर लेंथ गाउन के साथ ज्यादा एक्सेसरीज कैरी करने की जरूरत नहीं है। लुक को पूरा करने के लिए एक भारी झुमका काफी होगा।
शरारा के साथ शॉर्ट कुर्ती
आप बकरीद के मौके पर आमना शरीफ का ये लुक ट्राई कर सकती हैं। जहां शॉर्ट कुर्ती को शरारा के साथ टीमअप किया गया है। आप चाहें तो शरारा की जगह प्लाजो भी पहन सकती हैं क्योंकि यह बकरीद का मौका है इसलिए थोड़ी चमक-दमक और कढ़ाई वाली कुर्ती अच्छी लगेगी। अगर कुर्ती भारी है तो उसके साथ हल्की ज्वेलरी ही कैरी करें। दुपट्टे से अपने लुक को कंप्लीट करें।वैसे तो गर्मियों में हल्के रंग पहनना आरामदायक हो सकता है, लेकिन कभी-कभी त्योहारों पर हल्के रंग वह अहसास नहीं दिला पाते, जो एहसास गहरे रंग देते हैं, इसलिए इस मौके पर रंगों के साथ प्रयोग करने में संकोच न करें। बेझिझक नारंगी, बैंगनी, हरा रंग आज़माएं।
चिकनकारी अनारकली
चिकनकारी अभी भी चलन में है. चाहे सूट हो, साड़ी हो, लहंगा हो या अनारकली..हर किसी में खूबसूरत लगती है। तो क्यों न बकरीद के मौके पर चिकनकारी अनारकली ट्राई की जाए. यकीन मानिए सबकी नजरें आप पर भी होंगी.