हर रोज़ सिर्फ 15 मिनट ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप और बदल जाएगा आपका जीवन, वीडियो में जानिए इसकी विधि और लाभ
सनातन धर्म में मंत्र जाप की महिमा प्राचीन काल से चली आ रही है। मंत्र जाप में इतनी शक्ति होती है कि मंत्र जाप से कई असंभव कार्य भी बनने लगते हैं। इसी कड़ी में शिव का पंचाक्षर मंत्र "ॐ नमः शिवाय" हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को आत्मिक और मानसिक शांति तो मिलती ही है, साथ ही यह जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने में भी मदद करता है। आइए जानते हैं भोपाल के ज्योतिषाचार्य और वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से इस मंत्र के जाप के नियम और लाभ।
पंचाक्षर मंत्र जाप की विधि:
1. स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। इसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर स्वच्छ और शांत स्थान पर बैठ जाएं।
2. हाथ में जल लेकर मंत्र जाप का संकल्प लें।
3. "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप शुरू करें।
4. मंत्र जाप करते समय मन को एकाग्र रखें।
5. जाप के बाद अपने हाथों में लिया हुआ जल ज़मीन पर छोड़ दें।
6. ध्यान रहे कि इसे रुद्राक्ष की 108 मनकों की माला पर जपें।
पंचाक्षर मंत्र के जाप के ये हैं फायदे:
1. भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र का जाप करने वाले व्यक्ति को आध्यात्मिक और मानसिक शांति मिलती है।
2. जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
3. साथ ही मंत्र के जाप से व्यक्ति का मन और आत्मा शुद्ध होती है।
4. इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलती है।
और देखें
पंचाक्षर मंत्र का जाप करने के लिए इन नियमों का पालन करें:
1. मंत्र का जाप करने से पहले स्नान करें।
2. साफ और शांत जगह पर बैठें।
3. मंत्र का जाप करते समय अपने मन को एकाग्र रखें।
4. जाप करते समय किसी भी तरह के ध्यान भटकने से बचें।
महत्व: भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र का जाप करना एक शक्तिशाली और पवित्र कार्य है, जो व्यक्ति को आध्यात्मिक और मानसिक शांति प्राप्त करने में मदद करता है। इस मंत्र के जाप के लाभ और नियमों का पालन करके व्यक्ति अपने जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त कर सकता है।