Samachar Nama
×

आप भी घर ला रहे पाम ऑयल की मिलावट वाला सरसों का तेल? इन तरीकों से कर सकते हैं चेक

आजकल मार्केट में लगभग हर चीज में मिलावट देखने को मिल रही है। खासकर खाद्य वस्तुओं में, जिनका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। सरसों का तेल भारत के हर घर में खाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन अब इसमें भी मिलावट की खबरें सामने आ रही हैं। सबसे ज़्यादा मिलावट पाम ऑयल मिलाकर की जा रही है, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।

क्यों खतरनाक है पाम ऑयल की मिलावट?

पाम ऑयल में ट्रांस फैट की मात्रा अधिक होती है, जो दिल की बीमारियों, हाई कोलेस्ट्रॉल और मोटापे जैसी गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है। अगर यह तेल लंबे समय तक खाया जाए, तो यह शरीर के अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है।

लेकिन चिंता की बात नहीं है, क्योंकि आप घर पर ही कुछ आसान तरीकों से जांच कर सकते हैं कि आपके सरसों के तेल में मिलावट है या नहीं।

1. फ्रीजिंग टेस्ट

  • एक छोटा कप लें और उसमें सरसों का तेल डालें।

  • अब इस कप को 5-6 घंटे के लिए फ्रीजर में रख दें।

  • तय समय बाद जब आप कप को बाहर निकालेंगे, तो यदि तेल में सफेद रंग के धब्बे या परतें दिखें, तो समझ जाइए उसमें पाम ऑयल की मिलावट की गई है।

2. बैरोमीटर टेस्ट

  • सरसों के तेल की शुद्धता जानने के लिए बैरोमीटर का इस्तेमाल करें।

  • शुद्ध सरसों के तेल की रीडिंग 58 से 60.5 के बीच होती है।

  • यदि यह रीडिंग इससे कम या ज्यादा आती है, तो यह संकेत है कि तेल में मिलावट है।

3. हाथ से गंध पहचानें

  • अपनी उंगलियों पर तेल की कुछ बूंदें लें और हाथों पर मसलें।

  • अगर तेल से आपको केमिकल जैसी गंध आए या उसका रंग बदलने लगे, तो यह मिलावटी तेल हो सकता है।

निष्कर्ष:

सरसों के तेल की शुद्धता जांचना जितना आसान है, उतना ही ज़रूरी भी है। क्योंकि मिलावटी तेल आपके पूरे परिवार की सेहत को नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए खरीदते समय ब्रांडेड और प्रमाणित उत्पाद ही चुनें और समय-समय पर घर पर इन तरीकों से जांच करते रहें।

Share this story

Tags