जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश के रेल मंत्री महीने भारत का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान दोनों देशों के रेल मंत्री संयुक्त तौर पर रेल भवन से वर्चुअली मिताली एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।उनके इस दौरे से पहले दो देशों के बीच मैत्री एक्सप्रेस और बंधन एक्सप्रेस का परिचालन को एक बार फिर शुरू किया जायेगा। कोरोना महामारी से पहले मैत्री एक्सप्रेस का परिचालन ढाका-कोलकाता मार्ग पर एक सप्ताह में पांच दिन होता था। हालंकि खुलना-कोलकाता मार्ग पर बंधन एक्सप्रेस का परिचालन ट्रेन के शुरू होने के बाद दो सप्ताह तक लगातार हुआ लेकिन कोरोना महामारी के कारण सभी ट्रेनों का परिचालन अभी बंद है।
गौरतलब है कि जब इन दो ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया, तब भारत और बांग्लादेश ने इसके लिए एक-एक रैक प्रदान किया था। भारत ने हाल ही में दोनों देशों के बीच परिचालन के लिए शुरू हुई मिताली एक्सप्रेस को रैक प्रदान किया है।इससे पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2021 में ढाका न्यू-जलपाईगुड़ी ट्रेन को संयुक्त रूप से परिचालन शुरू किया था। साल 2021 में दोनों देश की सरकारों ने अपने रेल संपर्क और द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत करने के लिए रेल लिंक को बहाल करने का काम शुरू किया था। हालांकि विभाजन के बाद भी इस मार्ग पर रेल यातायात जारी था। उस समय भारत और फिर पूर्वी पाकिस्तान के बीच इस मार्ग पर यात्री और मालगाड़ी चलती थी। हालांकि, कोविड -19 महामारी के कारण, इसके संचालन को कुछ समय के लिए टाल दिया गया था। जिसे अब फिर बहाल किया जा रहा है।